Saturday, December 17, 2016

600 कन्याओं के सामूहिक पूजन

भुवनेश्वर
भारतीय समाज आधुनिकता के नाम पर पाश्चात्य संस्कृति को अपनाने की होड़ में अपनी प्राचीन परंपरा एवं संस्कृति को भूलता जा रहा है। यहां तक कि लोग अपने जन्मदाता को भूल रहे हैं और उन्हें बुढ़ापे में दर दर की ठोकरें खाने को छोड़ दे रहे हैं। जन्म लेने से पहले ही गर्भ में ही कन्याओं की हत्या की जा रही है। पेड़ पौधों की बेरोक टोक कटाई कर पर्यावरण को असंतुलित बनाया जा रहा है। आजीवन शक्ति प्रदान करने वाली गो माता को कसाइयों के हाथ बेच दिया जा रहा है। ऐसे में इनेसिएटिव फॉर मोरल एंड कल्चरल ट्रे¨नग फाउंडेशन (आइएमसीटीएफ) के तत्वावधान में स्थानीय बरमुंडा मैदान में ¨हदू अध्यात्म सेवा मेला के जरिए महिला एवं कन्या सम्मान, कन्या पूजन, वृक्ष की पूजा, गौ माता का पूजन, वैतरणी पूजन का सामूहिक आयोजन कर भारतीय समाज को अपनी परंपरा व संस्कृति को याद दिलाने का अनूठा प्रयास किया गया है।
इनेसिएटिव फॉर मोरल एंड कल्चरल ट्रे¨नग फाउंडेशन (आइएमसीटीएफ) के कार्यकारी अध्यक्ष मुरली मनोहर शर्मा बताया कि ¨हदू अध्यात्म्य सेवा मेला समारोह में शुक्रवार को 600 कन्याओं के सामूहिक पूजन के साथ वृक्ष, गौ माता, वैतरणी का पूजन किया गया। ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर में पहली बार इस तरह का प्रयास किया गया है, जो आगामी दिनों में जा रहेगी। समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर भाग लेते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षेत्रीय कार्यवाहक प्रदीप जोशी ने कहा कि भारतीय परंपरा में नारी का स्थान सर्वोपरि है। महिलाएं भारतीय समाज एवं संस्कृति की मुख्य केंद्र है। ऐसे में पारंपरिक मूल्यबोध के जरिए ही भारत में कन्या एवं महिलाओं को सुरक्षित रखा जा सकता है। भारतवर्ष के सभी भाग में कन्या पूजन की परंपरा है, मगर पाश्चात्य संस्कृति के प्रभाव के चलते यह परंपरा विलुप्त होती जा रही है। ऐसे में हमें मिलकर इस परंपरा को पुन:जीवित करना होगा और भारत को एक शक्तिशाली सर्वगुण संपन्न देश बनाना होगा। इस परंपरा से भारत की पारिवारिक, सामाजिक, आíथक स्थिति मजबूत होगी। इस अवसर पर उपस्थित डा. कविता रथ, प्रो. प्रतिभा मंजरी रथ ने कन्या पूजन के संदर्भ अपने विचार रखे। इस अवसर पर आयोजित आशीर्वचन सभा में स्वामी शंकरानंद गिरी, स्वामी असीमा नंद सरस्वती, स्वामी ब्रह्मानंद सरस्वती महाराज ने कई तरह के उपदेश उपस्थित श्रोताओं को दिया। अध्यक्ष डा.पूर्णचंद्र महापात्र की अध्यक्षता में आयोजित सभा में फाउंडेशन के कार्यकारी अध्यक्ष मुरली मनोहर शर्मा, सचिव अनिल धीर ने कार्यक्रम का संचालन किया। आयोजन समिति के अध्यक्ष डा. विमलेंदु महांती, स्वागत समिति के साधारण संपादक लक्ष्मण महिपाल के साथ ¨हदू अध्यात्मिक सेवा मेला एवं आइएमसीटीएफ के तमाम पदाधिकारी उपस्थित थे। समारोह में आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम खासकर सामूहिक छऊ नृत्य ने उपस्थित लोगों का दिल जीत लिया।
By Golakha Chandra Das

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