गोरखपूर (उत्तरप्रदेश) – गोंडा में गणेश मूर्ति विसर्जन के दौरान हुई घटना की निंदा करते हुए भाजपा सदर सांसद महंत आदित्यनाथ ने हिदायत देते हुए कहा कि प्रदेश सरकार पूजा समितियों का उत्पीड़न बंद करें नही तो हिंदुओं का धैर्य अगर जवाब दे गया तो स्थितियां बेकाबू हो जाएंगी।
उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में गणेश पूजन महोत्सव के अवसर पर जगह-जगह प्रशासन द्वारा पूजा समितियों को प्रताड़ित किया जा रहा है तो वहीं मूर्ति विसर्जन के लिए जाने वाले परम्परागत मार्गो पर जिहादीयोंद्वारा हमले किए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि जब भी कोई हिंदू पर्व एवं त्योहार आता है तो हर बार प्रशासन नये-नये नियम बनाकर पूजा समितियों और हिन्दू श्रद्धालुओं को प्रताड़ित एवं अपमानित करना शुरू कर देता है।
‘कांवड यात्रा में माइक प्रतिबंधित करना गलत था’
सरकार ने सावन के महीनें में शिव भक्तों द्वारा निकाले जाने वाली कावड़ यात्राओं में माइक को प्रतिबंधित करना तथा जगह-जगह शिव भक्तों पर बर्बर लाठी चार्ज करके धार्मिक कार्यक्रमों में व्यवधान डालने का काम किया है।
आज गणपति पूजन महोत्सव समितियों और हिन्दू श्रद्धालुओं के साथ वही कृत्य दोहराये जा रहे है। काशी में हिन्दू संतों और धर्माचार्यों के ऊपर सिर्फ इसलिए लाठी चार्ज की गई कि वे परम्परागत रूप से मूर्ति विसर्जन पवित्र गंगा नदी में करना चाहते थे।
महंत ने कहा कि जो शासन-प्रशासन पवित्र गंगा नदी में गिरने वाला औद्योगिक कचरा, गन्दे नाले और सीवेज को रोकने में पूरी तरह विफल है, वह मूर्ति विसर्जन को गंगा नदी में रोककर अपनी नाकामयाबियों पर पर्दा डालना चाहता है।
ऐसे ही रहा तो शासन के इशारे पर प्रशासन दुर्गा पूजा, दीपावली और लक्ष्मी पूजा में भी व्यवधान डालकर हिन्दु श्रद्धालुओं को अपमानित कर सकता है। उन्होंने चेताया कि अगर गोंडा वाली घटना फिर दोहराई गई तो परिणाम ठीक नहीं होंगे।
स्त्रोत : अमर उजाला
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