Monday, June 18, 2012

पादिरी की हरकत हाई कोर्ट द्वारा विफल

सेतु
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चेन्नई, जून १५, २०१२


पादिरी की हरकत हाई कोर्ट द्वारा विफल
जयकुमार एक पादिरी है. कन्याकुमारी जिले का लक्ष्मीपुरम गाँव में वह अपने घर को चर्च बना दिया और वहां से लाउड स्पीकर द्वारा ईसाई मत प्रचार करना शुरू किया. गाँव के लोग इस से नाराज़ थे और विरोध किया. जयकुमार ने जिलादीश से शिकायत की. घर को चर्च बनाना मना है करके जिलादीश ने उसकी शिकायत को अस्वीकार की, जिस पर वह चेन्नई हाई कोर्ट की दरवाज़ा खटखटाया. मामले की सुनवाई के बाद जस्टिस सुगुणा ने कलेक्टर के आदेश को स्वीकार करते हुए मुकदमा को खारिज कर दी.

जब हिन्दू कार्यकर्ता जन हित में आवाज़ उठाई
बात अरन्थांगी के तटीय गाँव की है. सन २००४ का सुनामी से द्वस्त मच्वारे के घरों को पुन; निर्माण करने का काम राजीव गांधी पुनर निर्माण योजना के तहत बड़ी मंद गती से हो रहा था. मच्वारे गुस्से में थे. तीन बार आर डी ओ के दफ्तर पर धरने भी दे चुके थे. इतने में राज्य के हिन्दू मुन्ननी सचिव केशव पेरुमाल सहित कई कार्यकर्ता इस संगर्ष में कूद पड़े. बाद ही शासन के तरफ से बातचीत के लिए आमंत्रण आया. अगस्त ३१ २०१२ तक निर्माण कार्य समाप्त करके घर सौंपेंगे यह वचन दिए थे सरकारी अधिकारी ने. लोग भी संगर्ष स्थगित की थी.

ग्रामीण युवकों की दृष्टी में डाक्टर हेडगेवार
धर्मपुरी जिले के परयूर गाँव के ४३ युवकों की एक टोली 'गाँधी युवक सेवा संघ' घटित की और एक गाँधी मंदिर बनवाये. सब युवक की पांचवी तक ही पढाई थी.सब मजदूर थे और सालों से पैसे इकट्टा करते आये थे. चार लाख रूपये हो गए. मंदिर भी बन गया. मंदिर के चारों स्तम्भ में नेताजी सुभाष बोस, वि ओ चिदंबरम पिल्लई, सरदार भगत सिंह, डाक्टर हेडगेवार इन देशभक्तों के चित्र लगा डी इन युवकों ने.

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