भुवनेश्वर : नक्सलियों ने कुछ दिनों की चुप्पी के बाद बुधवार की शाम को कोरापुट जिले के सुकी घाटी के पास शक्तिशाली लैंडमाइन विस्फोट कर पुलिस वैन को उड़ा दिया। जिसमें आठ पुलिसकर्मियों ने मौके पर ही दम तोड़ दिया जबकि पांच पुलिस वाले गंभीर रूप से घायल हो गए।
बुधवार को सात जवानों का शव बरामद कर लिया गया था जबकि एक कर्मचारी लापता था। लापता कर्मचारी तुलसी राम माझी का शव भी गुरुवार को बरामद कर लिया गया है। घायलों को विशाखापट्टनम अस्पताल में भर्ती कराया गया है। दक्षिणांचल डीआइजी एस साइनी ने कहा कि उक्त इलाके में कांबिंग ऑपरेशन तेज कर दिया गया है। घटना के बाद उक्त रास्ते से आवागमन पूरी तरह से ठप हो गया है। उक्त रास्ते से मालकानगिरी, जयपुर, भुवनेश्वर, कटक जाने वाली बस सेवा धीरे धीरे स्वाभाविक हो रही है। मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने घटना की ¨नदा की है। डीजीपी कुंअर बृजेश सिंह ने कहा है कि घटना की किसी ने जिम्मेदारी नहीं ली है, मगर प्राथमिक जांच के बाद यह नक्सली कांड होने का संदेह किया जा रहा है। इसी आधार पर पुलिस जांच कर रही है। शहीद पुलिस कर्मियों को दी गई श्रद्धांजलि
शहीद पुलिस वालों में सोमनाथ शीशा (कोरापुट), अरुण नायक (ढेंकानाल), संजय कुमार दास (केंदुझर) गणेश प्रसाद शाहा (केंदुझर), प्रदीप्त कुमार राउत (निआली, कटक), हरेकृष्ण पृष्टि तथा तुलसी राम माझी शामिल है। शहीद पुलिस जवानों को गुरुवार को परेड ग्राउंड में डीआइजी एस साइनी के साथ कुछ वरिष्ठ अधिकारियों ने शहीद श्रद्धांजलि दी। है। 13 पुलिस जवान वैन में थे सवार कोरापुट जिला पुलिस के 13 कर्मचारियों को लेकर एक पुलिस वैन कटक की तरफ जा रही थी। ये कर्मचारी अनुगुल पीटीसी में ड्राइ¨वग की ट्रे¨नग लेने वाले थे। वैन में ड्राइवर हवलदार तुलसीधर माझी, हवलदार मेजर सोमनाथ शीशा के साथ ड्राइवर श्वेत कुमार दास, संजय कुमार दास, लिपुन कुमार नाथ, राधेश्याम दास, प्रदीप मलिक, अरुण कुमार नायक, सुवर्ण कुमार राज, प्रदीप कुमार राउत, गणेश प्रसाद शाहा, प्रमोद कुमार विश्वाल व हरेकृष्ण पृष्टि जा रहे थे। गाड़ी ओडिशा -आंध्र सीमा पर पटांगी थाना के सुकीं पारपार कर तीन किमी. आगे बढ़ी थी कि मुंगारभूमि के पास भयंकर विस्फोट हुआ। वहां पर एक छोटे कलवर्ट के पास नक्सलियों ने लैंड माइन लगाए थे। विस्फोट इतना तेज था कि पुलिस वैन कुछ फुट ऊपर उड़ते हुए राष्ट्रीय राजमार्ग के नीचे गिर गई। रास्ते पर आठ फुट गहरी खाई बन गई। विस्फोट सुनने के बाद आसपास इलाके में दहशत फैल गई। वहां से गुजर रहे लोग डर के मारे बचाव के लिए भी आगे नहीं आए। हालांकि कुछ लोगों ने साहस जुटाकर घायल पुलिस वालों को अस्पताल पहुंचाएं। इसके बाद उन्हें विशाखापट्टनम के सेवन हिल्स अस्पताल रेफर किया गया। जानकारी मिलते ही कोरापुट एसपी चरण ¨सह मीना के साथ कई पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे। बीएसएफ के जवानों ने इलाके को घेर कर सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है। विश्वस्त सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार विस्फोट के समय घाटी के नीचे करीब 40 नक्सली थे और विस्फोट के बाद वे लाल सलाम के नारे लगा रहे थे
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