शिमला (विसंकें). चंबा जिला के चुराह में नकरोड़-टिकरीगढ़ सड़क मार्ग के बीच में असामाजिक तत्वों ने पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लिख दिए. चुराह के गांव देहरोग के साथ की सड़क पर हिन्दी और उर्दु भाषा में पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लिखे गये हैं. मामला प्रकाश में आते ही पुलिस व प्रशासन सजग हो गया है और मामले की गंभीरता को देखते हुए एसडीपीओ सलूणी महिंद्र सिंह के साथ थाना प्रभारी और पुलिस टीम को मौके पर जांच करने के लिए भेजा गया है.
प्रत्यक्षदर्शी बताते हैं कि इन नारों को प्राईमर पैंट से लिखा गया है. लिखावट की स्पष्टता और बिना भाषागत दोषों से सहज अनुमान होता है कि लिखावट किसी अनुभवी और अच्छे खासे पढ़े लिखे व्यक्ति की है. पैंट से चांद सितारा और 786 भी लिखा गया है, ऐसे में पुलिस ने मामले में धार्मिक भावनाओं को आहत करने का केस दर्ज करते हुए घटना की जांच शुरू कर दी है. चुराह में 1998 में आतंकवादी घटना घट चुकी है, इसमें जम्मू से आये आतंकियों ने बड़ी संख्या में लोगों को मार डाला था. इस घटना के बाद चुराह को आतंकवाद ग्रस्त क्षेत्रों की सूची में शामिल किया गया था. जिला पुलिस अधीक्षक विरेंद्र तोमर का कहना है कि फोन द्वारा घटना की जानकारी मिलने पर एसडीपीओ सलूणी, थानेदार तीसा और पुलिस टीम को जांच के लिए मौके पर भेजा गया है. मामले की छानबीन की जा रही है. वहीं मुस्लिम समुदाय के प्रतिनिधि सदर जिला अंजुमन इस्लामिया सैयद दिलदार अली शाह का कहना है कि यह घटना चिंताजनक है. इससे देशभक्तों का अपमान हुआ है, ऐसे देश में पक्ष में नारे लिखना बेहद दुखद है जो आये दिन हमारे देश में अपने नापाक इरादों को अंजाम देता रहता है. पुलिस को इसके पीछे छिपी मंशा को सामने लाना चाहिए और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करनी चाहिये.
ये हिमाचल में पहली घटना नहीं है, इससे पहले भी 02 जनवरी को सोलन धर्मपुर में मनसा देवी मंदिर परिसर में भी नारे लिखे गए थे. प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में पाकिस्तान के समर्थन में नारे लिखे गुब्बारे भी मिल चुके हैं. सोलन के सुबाथु में पानी की टंकी में जहर मिलाने की धमकी भी लिखी गयी थी. सुबाथु में धमाकों से दहलाने की धमकी भी आईएस के आतंकवादी पहले दे चुके हैं.
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