भुवनेश्वर :जगन्नाथ संस्कृति सुरक्षा मंच की ओर से महाप्रभु श्री जगन्नाथ के ब्रम्ह परिवर्तन सहित रीति नीति में हो रहे अव्यवस्था पर गहरी ंिचंता जताई है। मंच की ओर से इसके प्रतिवाद में 14 जुलाई को समूचे प्रदेश में सामूहिक हनुमान चालीसा पाठ का आयोजन किया जाएगा। मंच ने ब्र्ह्मंा परिवर्तन मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग की है। जगन्नाथ संस्कृति सुरक्षा मंच की ओर से सरकार के कामकाज पर भी सवाल उठाया गया है। कहा गया है कि राज्य सरकार मूल मुद्दे से ध्यान हटाने के लिए ब्रह्मंा फोटो मामले पर जांच करने का नाटक कर रही है। मंदिर के अंदर बार- बार पूजा में विघ्न की खबर आती है और सरकार इस पर कार्रवाई करने से बच रही है। 19 साल बाद आए नवकलेवर यात्रा के दारू संधान से लेकर ब्रह्मंा परिवर्तन तक अव्यवस्था का आलम रहा। मंदिर के अंदर धड़ल्ले से मोबाइल फोन का उपयोग और भक्तों के साथ सेवायतों के अभद्र व्यवहार पर सब चुप्पी साधे बैठे हैं। मंच ने सरकार को आगाह किया है कि पुरी के श्री मंदिर को प्रशासनिक दांव पेंच से मुक्त रखा जाए और भगवान के रीति नीति के निर्वहन में किसी का हस्तक्षेप न हो ।
Saturday, July 11, 2015
14 जुलाई को समूचे प्रदेश में सामूहिक हनुमान चालीसा पाठ का आयोजन किया जाएगा।
भुवनेश्वर :जगन्नाथ संस्कृति सुरक्षा मंच की ओर से महाप्रभु श्री जगन्नाथ के ब्रम्ह परिवर्तन सहित रीति नीति में हो रहे अव्यवस्था पर गहरी ंिचंता जताई है। मंच की ओर से इसके प्रतिवाद में 14 जुलाई को समूचे प्रदेश में सामूहिक हनुमान चालीसा पाठ का आयोजन किया जाएगा। मंच ने ब्र्ह्मंा परिवर्तन मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग की है। जगन्नाथ संस्कृति सुरक्षा मंच की ओर से सरकार के कामकाज पर भी सवाल उठाया गया है। कहा गया है कि राज्य सरकार मूल मुद्दे से ध्यान हटाने के लिए ब्रह्मंा फोटो मामले पर जांच करने का नाटक कर रही है। मंदिर के अंदर बार- बार पूजा में विघ्न की खबर आती है और सरकार इस पर कार्रवाई करने से बच रही है। 19 साल बाद आए नवकलेवर यात्रा के दारू संधान से लेकर ब्रह्मंा परिवर्तन तक अव्यवस्था का आलम रहा। मंदिर के अंदर धड़ल्ले से मोबाइल फोन का उपयोग और भक्तों के साथ सेवायतों के अभद्र व्यवहार पर सब चुप्पी साधे बैठे हैं। मंच ने सरकार को आगाह किया है कि पुरी के श्री मंदिर को प्रशासनिक दांव पेंच से मुक्त रखा जाए और भगवान के रीति नीति के निर्वहन में किसी का हस्तक्षेप न हो ।
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