करनाल, हरियाणा (विसंकें). हरियाणा व पंजाब के राज्यपाल प्रो कप्तान सिंह सोलंकी ने कहा कि देश की संस्कृति को मिटाने वाले खुद मिट गए, लेकिन देश और समाज का आधार मानी जाने वाली सुदृढ़ संस्कृति को कोई नहीं मिटा पाया. हमारी संस्कृति और सभ्यता ही हमारी जीवन शैली का प्रेरक आधार है. राज्यपाल स्थानीय एसएस फार्म में भारत विकास परिषद् की श्री राधा कृष्ण शाखा द्वारा स्थापना दिवस के अवसर पर आयोजित बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ और महिला सशक्तिकरण सम्मान समारोह में उपस्थित लोगों को सम्बोधित कर रहे थे.
राज्यपाल ने कहा कि भारत एक महान देश है. इस देश ने हमें बहुत कुछ दिया है, इसलिए हमें देश के लिए सब कुछ न्यौछावर करने के लिए तैयार रहना चाहिए. देश ने सैकड़ों वर्षों तक गुलामी का दंश झेला है. विदेशियों ने हमारी संस्कृति को खत्म करने के लिए अनेक प्रयास किये, लेकिन दकियानुसी सोच के लोग अपने प्रयासों में कभी भी सफल नहीं हुए. वर्तमान परिवेश में देश की संस्कृति, सभ्यता, जीवन शैली, आदर्श और संस्कारों का विदेशी लोग अनुकरण और अनुसरण कर रहे है. हमारी संस्कृति पर आक्रमण करने वाले विदेशी अपनी संस्कृति से ऊब चुके हैं और इसलिए भारत की संस्कृति में समाहित शांति, सहयोग, सेवा, समर्पण और भाव को अपना रहे है. इससे सहज ही अनुमान लगाया जा सकता है कि भारत देश एक बार फिर से विश्वगुरू बनने की ओर अग्रसर है.
बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ विषय पर आयोजित कार्यक्रम पर कहा कि बेटियों के बिना समाज की कल्पना ही नहीं की जा सकती. बेटियों ने भी पुरूषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर विकास और सेवा के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य किये है. यूपीएससी की परिक्षाओं का जिक्र करते कहा कि परीक्षा में पहले चार स्थानों पर देश की बेटियों ने ही कब्जा किया है. ईरा सिंघल ने देश में प्रथम स्थान हासिल करके यह सिद्ध कर दिया है कि बेटियां किसी भी क्षेत्र में किसी से भी पीछे नहीं.
राज्यपाल ने कहा कि पूरे देश को भारत विकास परिषद् 17 क्षेत्रों में बांटकर सेवा का कार्य कर रही है. भारत विकास परिषद् की देश में 1200 से अधिक शाखाएं है. इन शाखाओं में सम्पर्क, सहयोग, संस्कार, सेवा और समर्पण को लेकर काम किया जा रहा है. ये शाखाएं समाज के लोगों को नित नई दिशा व दशा देने का काम कर रही है. सामाजिक मूल्य समाज के उत्थान के लिए बहुत जरूरी है.
उन्होंने बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ विषय को लेकर एक स्मारिका का विमोचन भी किया. राज्यपाल ने इस मौके पर भारत विकास परिषद् की शाखा को अपने ऐच्छिक कोष से 2 लाख रूपये देने की घोषणा की. भारत विकास परिषद् के अध्यक्ष वीर विक्रम कुमार ने राज्यपाल का स्वागत किया. इस मौके पर उत्तर हरियाणा भारत विकास परिषद् के अध्यक्ष एमपी गुप्ता ने बताया कि 52 वर्ष पहले परिषद् का जन्म हुआ था और केवल 20 लोगों ने मिलकर इसकी शुरूआत की थी.
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