मेहसाणा, गुजरात (विसंकें). धर्म जागरण समन्वय विभाग मेहसाणा द्वारा कच्छ के छोटे रण में स्थित वच्छराज बेट (टापू) पर धर्म रक्षा दिवस मनाया गया. वच्छराज बेट, गुजरात के सुरेंद्रनगर जिले में स्थित है. यहां से कच्छ की सीमा प्रारंभ होती है. यहां की भूमि साल में छह महीने दलदल (कीचड़) से घिरी रहती है तथा छह महीने यह भूमि चलने लायक होती है.
पिछले सात वर्षो से धर्म जागरण समन्वय विभाग द्वारा यहां पर धर्म रक्षा दिवस के अवसर पर रण यात्रा कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है. इस वर्ष 28 मार्च, शनिवार को सायं 5 बजे मेहसाणा जिले के आसपास स्थित पाटण, पालनपुर, राधनपुर जिले से लगभग 2500 कार्यकर्त्ता बाइक, कार तथा बसों में सवार हो कच्छ के छोटे रण पहुंचे.
जहां धर्म जागरण समन्वय विभाग के अखिल भारतीय प्रमुख मुकुंदराव पणषीकर जी, गुजरात प्रांत सहकार्यवाह किशोर भाई मुंगलपरा, गुजरात प्रांत धर्म जागरण समन्वय विभाग प्रमुख सत्यम राव जी, गुजरात प्रांत धर्म जागरण संयोजक घनश्याम भाई व्यास, सह संयोजक शैलेष भाई ठक्कर आदि ने कार्यकर्ताओं का मार्गदर्शन किया.
रात्रि में निर्मलदान गढ़वी द्वारा डायरा (भजन संगीत का कार्यक्रम) प्रस्तुत किया गया. प्रातः 6 बजे सभी कार्यकर्ता रण दर्शन के लिए रवाना हुए. कच्छ के छोटे रण की भव्यता और रोमांच का अनुभव करते हुए सभी ने रण के मध्य में स्थित वीर वच्छराज सोलंकी और वीर वेणु परमार दादा (जिन्होंने 11वी सदी में गाय माता की रक्षा हेतु दुश्मनों से लड़ते हुए बलिदान दिया था) के पवित्र स्थान के दर्शन किये. साईट कैंप पर सभी ने समूह भोजन किया. इस अवसर पर रण यात्रा के मार्ग पर सभी सुविधाएं नजदीक के गांव से सेवा के लिये आये युवकों द्वारा उपलब्ध कराई जाती हैं.
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