नई दिल्ली – पश्चिम बंगाल में बीते कुछ समय के दौरान बलात्कार के दो गंभीर मामले सामने आए। नदिया में ईसाई नन के साथ बलात्कार हुआ १४ मार्च को। १३ मार्च को मालदा जिले के करीब इंग्लिश बाजार इलाके में एक साध्वी के साथ सामूहिक बलात्कार का मामला सामने आया। पर नन के साथ हुए बलात्कार को लेकर सारा देश स्वाभाविक रूप से गुस्से में है। मीडिया और राजनीतिक दल इस पर जमकर बवाल काट रहे हैं।
साध्वी से बलात्कार
पर साध्वी के साथ हुए बलात्कार पर उस तरह की तीखी प्रतिक्रिया सामने नहीं आई। प्राप्त जानकारी के अनुसास, साध्वी को चार लफंगे पास के आम के बाग में खिंच कर ले गए। और उसके बाद उसके साथ किया दुष्कर्म।
घर लौट रही थी
साध्वी के साथ बलात्कार तब हुआ जब मिहिर दास कालोनी में रहने वाली यह साध्वी घर लौट रही थी बाजार से। साध्वी का संबंध रामकृष्ण मिशन से है। आरोपियों के नाम हैं भरत हल्दर, प्रणय हल्दर, संजीवन विश्वास और असीम पहाड़ी। जानकारी मिली है कि साध्वी के बार-बार पुलिस में बलात्कार की घटना की जानकारी देने के बाद भी आरोपियों को पुलिस गिरफ्तार करने से बचती रही। पर बाद में रामकृष्ण मिशन के हस्तक्षेप के पुलिस ने केस दर्ज किया। पुलिस तो चाहती थी सारा मामला ले-देकर खत्म हो जाए। अब खबर मिल रही है कि चार में से दो आरिपयों को पुलिस ने पकड़ लिया है। दो की तलाश जारी है। अब पुलिस के आला अफसर स्थानीय पुलिस वालों से पूछ रहे हैं कि उन्होंने सारे मामले की तफ्तीश में देरी क्यों की।
पत्ता भी नहीं हिला
पर यह सवाल अपनी जगह बना हुआ है कि नन के साथ बलात्कार पर तो विरोध हो रहा है। सीबीआई मामले की जांच करेगी। पर साध्वी के साथ बलात्कार पर पत्ता भी क्यों नहीं हिला।
स्त्रोत : वन इंडिया
No comments:
Post a Comment