लखनऊ. रायबरेली के बछरांवा रेलवे स्टेशन पर 20 मार्च को रेल दुर्घटना के शिकार हुए घायलों की मदद में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवक आज भी दिनरात जुटे हैं. केजीएमयू के ट्रामा सेन्टर में रेल हादसे के शिकार 20 लोग भर्ती हैं. इन मरीजों को समय पर भोजन उपलब्ध करवाने के साथ ही स्वयंसेवक उनकी जांच कराने से लेकर हर प्रकार की चिंता कर रहे हैं.
20 मार्च को देहरादून से वाराणसी जा रही जनता एक्सप्रेस लखनऊ और रायबरेली के बीच स्थित बछरांवा स्टेशन पर दुर्घटनाग्रस्त हो गयी थी. हादसे में 32 लोगों की मौके पर ही मौत हो गयी थी और काफी संख्या में लोग घायल हुए थे. घटना की सूचना मिलते ही रायबरेली के स्वयंसेवकों ने तत्काल मौके पर पहुंचकर राहत व बचाव कार्य में हाथ बंटाया. घायलों को लखनऊ के विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया था और गंभीर रूप से घायलों को ट्रामा सेन्टर में भर्ती किया गया था.
कई गंभीर रूप से घायलों को तत्काल रक्त की आवश्यकता थी, ऐसे में स्वयंसेवकों ने बीस यूनिट रक्तदान कर गंभीर रूप से घायलों को नई जिंदगी दी. स्वयंसेवक ट्रॉमा सेंटर के डिजास्टर, सर्जरी, न्यूरो, ऑर्थोपेडिक और लिंब सेंटर के वार्ड में भर्ती मरीजों की सेवा और देखरेख कर रहे हैं.
लखनऊ के विभाग कार्यवाह प्रशांत भाटिया ने बताया कि अलग-अलग वार्ड में भर्ती मरीजों और उनके तीमारदारों को पैकेटबंद खाना और पानी की बोतलें तीनों टाइम वितरित की जा रही हैं. हादसे के दिन जिन घायलों के परिजन ट्रॉमा नहीं पहुंचे थे, उनकी देखरेख के लिए हर बेड पर एक स्वयंसेवक को तैनात किया गया था. वे पूरे समय मरीज की सेवा में खड़े रहे. टीम में पचास से अधिक स्वयंसेवक शामिल हैं जो पांच से छह घंटे की शिफ्ट में मरीजों की सेवा में लगे रहे. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अलावा वंदे मातरम आरोग्य मंच,पतंजलि ,गायत्री परिवार और मालवीय मिशन जैसी संस्थाओं ने भी सहयोग किया. वंदेमातरम आरोग्य मंच के संयोजक राहुल वर्मा ने कहा कि सेवा हमारा धर्म है. नर सेवा नारायण सेवा मानकर हम लोगों ने सेवा की.
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