चैत्र कृष्णपक्ष त्रयोदशी, कलियुग वर्ष ५११६
जम्मू : भाजपा के विधायक और भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष रविंद्र रैना ने जम्मू-कश्मीर विधानसभा में विधायक पद की शपथ माता वैष्णो देवी के नाम पर लेने का प्रयास किया, जिससे विवाद पैदा हो गया। डोगरा पगड़ी पहने रैना प्रोटेम स्पीकर के चेयर के पास पहुंचे और उन्होंने हिंदी में वैष्णो देवी के नाम पर शपथ लेनी शुरू की।
इस पर माकपा के विधायक मुहम्मद यूसुफ ने विरोध करते हुए कहा कि संविधान में माता वैष्णो देवी के नाम पर शपथ लेने का कोई प्रावधान नहीं है। शपथ भगवान या ईश्वर के नाम पर ही ली जा सकती है। तारीगामी की बात का विपक्ष ने समर्थन किया। इससे पहले मुख्यमंत्री मुफ्ती मुहम्मद सईद, उपमुख्यमंत्री डॉ. निर्मल सिंह और पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला समेत ८८ विधायकों ने पद की शपथ ली।
प्रोटेम स्पीकर मुहम्मद शफी उड़ी ने मामले में हस्तक्षेप करते हुए रैना से कहा कि वह भगवान के नाम पर शपथ ले। रैना ने कहा कि मैं वैष्णो देवी की पूजा करता हूं और उन्हें भगवान मानता हूं। कुछ लोग अल्लाह व कुछ यीशू मसीह के नाम पर शपथ लेते हैं तो मैं वैष्णो देवी के नाम पर शपथ क्यों नहीं ले सकता।
विजिटर गैलरी में मौजूद कुछ लोगों ने तालियां बजाकर रैना का समर्थन किया। बाद में रैना ने ईश्वर के नाम पर शपथ ली। भाजपा में शामिल होने से पहले रैना राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सक्रिय कार्यकर्ता रहे हैं। १२वीं विधानसभा में ५८ नए चेहरे हैं, जिनमें से ५६ चुनकर आए हैं और दो महिलाओं को विधायक के रूप में नामांकित किया गया है।
स्त्रोत : जागरण
No comments:
Post a Comment