Sunday, May 31, 2015

स्वयंसेवक प्रसिद्धि से दूर रहकर निष्ठा, निर्भयता से कार्य करता है – राज चौधरी जी

कोंकण. कोंकण प्रांत में आयोजित प्रथम वर्ष संघ शिक्षा वर्ग का समापन हो गया. समारोप कार्यक्रम में क्रीड़ा भारती के अखिल भारतीय संगठन मंत्री राज चौधरी ने मुख्य वक्ता के रूप में शिरकत की तथा सिने जगत से कलादिग्दर्शक नितिन चंद्रकांत देसाई ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की. वर्ग के समारोप कार्यक्रम में शिक्षार्थियों ने शारीरिक कार्यक्रमों का प्रदर्शन किया.
क्रीड़ा भारती के अखिल भारतीय संगठन मंत्री राज चौधरी जी ने कहा कि आज ज्येष्ठ शुद्ध द्वादशी …और एक दिन के पश्चात भारतीयों के जीवन का सर्वश्रेष्ठ दिवस है. छत्रपति शिवाजी सिंहासनाधिष्ठित हुए थे. सभी दिशाओं में सुलतानी कहर था. पर मातोश्री जीजाबाई ने उनके बालमन पर विजय की आकांक्षा बिंबित की. और उन्हीं से प्रेरणा लिये संघ का कार्य आरंभ हुआ, आज भी चल रहा है. संघ संस्थापक डॉक्टर हेडगेवार जी के कुछ पत्र उपलब्ध है, मेरे मन से उनका प्रभाव हटता ही नहीं. डॉक्टर जी प्रवास पर जा रहे थे, मुंबई से लाहौर की दिशा में… पर कर्णावती के बाद उन्होंने प्रवासियों का व्यवहार बदलता हुआ देखा.
IMG-20150530-WA0213एक घटना का वर्णन करते हुए कहा कि राष्ट्र सेविका समिति की मुख्य संचालिका वंदनीया मौसी केलकर जी को विभाजित भारतीय भूभाग से पत्र मिला, जिसमें लिखा था कि यहीं से अंतिम प्रणाम स्वीकार करें, अब शायद आप से प्रत्यक्ष भेंट का अवसर प्राप्त न होगा, पत्र प्राप्त होने का दिन था…14 अगस्त 1947 और उस समय में प्रभावित क्षेत्र (पाकिस्तान) में जाना दुस्साहस ही था. पर, वंदनीया मौसी जी तथा सेविका समिति की एक कार्यकर्ता भगिनी अंतिम हवाई जहाज से वहां पहुंचे. क्षेत्र में भयप्रद माहौल था, दरवाजे पर दस्तक देने के बावजूद भी दरवाजा नहीं खुलता था. पर, मौसी जी के आगमन से बंधु-भगिनियों को विश्वास का आधार प्राप्त हुआ, और मौसी जी भयावह माहौल से 210 हिन्दू बंधु-भगिनियों को सकुशल साथ लेकर लौटीं. हाल ही में मध्य पूर्व के देश यमन से भी समाज बांधवों को सकुशल स्वदेश लाया गया. कारण, संघ के संस्कारों से हमें यही सीख मिली है.
राज जी ने बताया कि महाराष्ट्र के बड़े उद्योगपति अतुलजी किर्लोस्कर ने संघ के कुछ कार्यकर्ताओं को बुलाकर कुछ धन देने की बात कही. कारण यह बताया की गुजरात में कुछ उद्योग हेतु शासकीय कार्यालय में काम था. काम होने के लिये पैसे लिये जाते है, यह अनुभव था. पर बिना कुछ धन दे कर काम पूर्ण हुआ, तभी निर्णय किया था कि यह धन संघ के कार्य में देना. यही संस्कारों का परिणाम है. यही संस्कार ले कर एक व्यक्ति आज प्रधानमंत्री बने है तो यही अनुभव आयेगा. इसे प्रसिद्धी नहीं मिलती, आवश्यकता भी नहीं. हम प्रसिद्धी पराङमुख रहकर निष्ठा, निर्भयता से काम करेंगे. डॉक्टर जी ने यही मंत्र हमें दिया है. व्यक्ति तक पहुंचन,  डोर टू डोर से आरंभ कर दिल तक पहुंचना, यही हमारी संघ की कार्यपद्धति है. इसी से सब होगा. कुछ वर्ष पूर्व हमारा आळंदी में सम्मेलन हुआ, जिसकी व्यवस्था में मै था. सजावट गट के हमारे IMG-20150530-WA0211सहयोगी ने प्रवेशद्वार की सज्जा संकल्पना बतायी और वहां अणु का चित्र बनाना तय किया. लोगों को आश्चर्य लगा. पर हमारा विज्ञान से भी नाता है. विज्ञान भारती नाम से हमारा संगठन भी है. कल छत्रपति शिवाजी महाराज का स्मरण करने, प्रेरणा लेने का दिन है. आप सभी नागरिक बंधु भगिनी अवश्य अपने अपने क्षेत्र के कार्यक्रमों में सहभाग लें, यही आप सभी से प्रार्थना है.”
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि ज्येष्ठ सिने कलादिग्दर्शक नितिन चंद्रकांत देसाई ने कहा कि “मैं संघ का  ऋणी हूँ. मैंने राजा छत्रपति शिवाजी मालिका बनायी थी. तब शिवबा से शिवाजी कैसे बने, यह मुझे इस शिक्षार्थियों के प्रात्यक्षिक देखते हुए समझ में आ रहा है. मैं इसी मुलुंड नगरी में बड़ा हुआ हूँ. तब मैं दूर से शाखा देखता था. पर दंड के भय से सहभागी न हुआ. और तब कुछ विशेष घरों से ही बाल शाखा में जाते दिखायी देते थे. पर, आज यह दृश्य देखकर मैं अभी ही यह ईच्छा प्रदर्शित करता हूँ कि मुझ जैसे अब थोडे ज्येष्ठ आयु के व्यक्तिओं के लिये जब अगला वर्ग आयोजित होगा तो मैं भी इन स्वयंसेवकों की तरह शारीरिक प्रात्यक्षिक करता दिखुंगा. उस वर्ग के लिये मैं आज ही मेरा नामांकन कर रहा हूँ.
व्यक्ति विकास के इस वर्ग समापन में मुझे उपस्थित रहने का अवसर मिला, यह मेरा भाग्य है.
मैं कोंकण का पुत्र हूँ और कोंकण में ढाई सौ से अधिक शाखाएं लगती है, यह आनंददायी वृत्त मैंने यहीं आकर सुना. आगे संघ अधिकारी का मार्गदर्शन मुझे भी सुनना है, अतः मैं सभी को शुभकामनाएं देकर भाषण समाप्त करता हूँ.”

HINDU SAMRAJYA DIVAS OBSERVED IN CITY

HINDU SAMRAJYA DIVAS OBSERVED IN CITY

Bhubaneswar,31/5-The Hindu Samrajya Divas, the coronation day of Chhatrapati Shivaji Maharaj, was observed by various organisations here on Sunday.

The Rashtriya Swayamsevak Sangha (RSS), Bhubaneswar observed the day at different places in the city with much enthusiasm.The speakers elaborated on the coronation of Shivaji and about the foundation day of Hindu Swarajya. They viewed that Shivaji became an example of patriotism and generousness by protecting the motherland as a Hindu leader at that time.
Similarly, the Chandanhajuri pravata sakha  also observed the day at the  unit - 3,Saraswati sishu vidhya mandir here, where chief guest Senior worker  of Simanta Surakhya  Samiti  Sj Subhas Nandi said Shivaji had created the base of an ideal ruling system and infused courage and self-confidence among the Indians during that time. He was a courageous fighter and ideal ruler of repute, added Nandi.
Subhas Nandi said in Maharashtra, the day is celebrated as Shiva Rajyarohana Utsav-the day Shivaji was coronated. However, the RSS celebrates it as the Hindu Samrajya Dinotsav. The reason for this is simple. Shivaji himself, as a teenager, had taken the pledge to establish Hindavi swaraj and not his own kingdom. He had also declared that it was the will of God that the move will succeed. On his royal seal, he had declared that this auspicious raja mudra of Shivaji, the son of Shahji, would grow like the moon on the first day of Shukla Paksha and be recognised by the entire world.
Evidence of the all-Hindu character of the function came in abundance even at the time of the coronation. Jayaram, a gifted teenaged poet, came all the way from Tamil Nadu to pay his poetic tributes to Shivaji. Gaga Bhatta, a Vedic scholar of great repute, arrived from Kashi and prepared a new scriptural text to install Shivaji as a sovereign Hindu king. Waters from the seven sacred rivers of the country were brought for his holy bath.
Sakha's mukhyasikhyak Manoranjan Pattnaik coordinated the program whereas Sakha karyavaha Jagbandhu Pradhan welcomed the guests. Brahmananda Dash sang a patriotic song.

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GOVT BREACHING COW PROTECTION LAW’

Bhubaneswar,31/5-Article 48 of the Indian Constitution lays stress on growth and protection of cows. Unfortunately, the Union and State Governments are breaching this Constitutional provision and protecting the violators, rued Paramahamsha Prajnanananda here on Sunday.





Speaking at a Press conference organised by the Odisha Goseva Samiti, Prajnanananda said Mahatma Gandhi had assured cow slaughter would be banned soon after the country’s Independence. Besides illustrious personalities like Lokamanya Tilak and the first President Dr Rajendra Prasad had emphasised that ban on cow slaughter would bring in affluence to the country.
“From ancient times, the scriptures have instructed us to safeguard cows and accord them their due position. By Gomata, we mean Indian-born or native cows. Native cow milk and urine are regarded as Amrit or ambrosia as it is wholesome and nutritious. Milk of foreign cows is unsuitable for health,” he said.

This is the observation of foreign scientists and researchers. The scientists have divided cows into two groups. Whereas the milk of other cows is included in A1 category, the milk of Indian cows is included in A2 category. A2 is regarded as superior to A1 milk, he said.
The Samiti has toured all the 30 districts of Odisha and attempted to arouse and awaken the people about the service and welfare and protection of cows. To expedite the mission, a quarterly literature named ‘Go Kalyan’ would be published by the Samiti and it would be unveiled here on June 5.
Prajnanananda said that in Odisha, there are five breeds of native cows. But unfortunately, most of the people are unaware about them. The State Animal Resources Department is yet to give this information to the Central Government.

31/05/2015


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Saturday, May 30, 2015

RSS HOLDS MAHANAGAR SIKSHABARGA IN CITY SCHOOL

Bhubaneswar-The Rashtriya Swayamsevak Sangh (RSS) organised its Bhubaneswar Mahanagar Sikshabarga at the Niladri Vihar Saraswati Shisu Vidyamandir here on Wednesday. The nine-day programme, intended to enhance intellectual, spiritual and physical ability of students, was attended by 100 students, 10 teachers and 15 managers.
While Pratap Kumar Dwibedi discharged duty as head teacher, Debi Prasad Mohapatra and Nilamani Mohapatra attended as intelligence chief and barga executive, respectively. Students were taught various subjects, including sports, yoga asans, news writing, story writing, prayers and general knowledge, on this occasion. RSS Bhubaneswar sanghachalak Basant Pati and Puri sanghchalak Baikuntha Nath Sahoo were present.

किरण रिजिजू ने गौमांस पर विवादित बयान देकर देशवासियों की भावना के साथ खिलवा़ड़ किया

राउरकेला-नरेंद्र मोदी सरकार में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री किरण रिजिजू की तरफ गौमांस को लेकर दिए गए बयान पर शिव सेना ने हमलावर रूख अख्तियार कर लिया है। शिवसेना की राउरकेला शाखा की युवा इकाई ने शुक्रवार को रिजिजू का पुतला जलाकर अपनी नाराजगी जताई। मंत्री के इस्तीफे की भी मांग की। शाम पांच बजे युवा शिवसेना के कार्यकर्ता डेली मार्केट पर एकत्रित हुए। नेताओं ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार अच्छा काम करने से प्रशंसा बटोर रही है। लेकिन उनकी की ही सरकार के मंत्री किरण रिजिजू ने गौमांस पर विवादित बयान देकर देशवासियों की भावना के साथ खिलवा़ड़ किया है। उन्होंने रिजिजू के इस बयान की ¨नदा करते हुए उनके खिलाफ नारेबाजी की। प्रदर्शन में युवा शिवसेना के शेख मुजाहिद, चंदन कुजाहा, दीपक साहु, संजीव माइती, लखन सोनकर, संदीप अग्रवाल, दीपा गुप्ता, राजीव रंजन आदि शामिल थे।

राउरकेला में गरीब हिन्दू परिवारों को ईसाई बनने का प्रलोभन

राउरकेला :
धर्मांतरण को लेकर देशभर में मचे बवाल के बीच ओडिशा के राउरकेला में गरीब हिन्दू परिवारों को ईसाई बनने का प्रलोभन देने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। कुछ लोगों की तरफ से इस बारे में पुलिस के समक्ष शिकायत दर्ज कराई गई है। जानकारी के मुताबिक ¨कजिरकेला थाना अंतर्गत केन्दुडीह गांव में राजेश साहू नाम के व्यक्ति पर लोगों को ईसाई धर्म स्वीकार करने के लिए प्रेरित करने का आरोप लगा है।ग्रामीणों को धर्मांतरण के लिए प्रेरित करने की खबर पर विहिप कर्मियों ने थाना जाकर इसकी शिकायत की। मांग की गई है कि आरोपी व्यक्ति व संस्था के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। गांव के हेमंत तांती, लक्ष्मी नायक, राधाकांत माझी, रामचंद्र माझी ने ¨कजिरकेला थाना पहुंचकर शिकायत की कि राजेश साहू गांव गांव घूम कर लोगो को धर्मांतरण करने के लिए प्रेरित करने के साथ साथ उनके बीच बाइबल एवं अन्य धार्मिक पुस्तकें बांट रहा है। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।

Friday, May 29, 2015

RSS Prathamik Shiksha Varg concludes at Bhubaneswar Mahanagar News paper cutting















गौ वंश की संख्या कम होने से कृषकों को ऊंची कीमत पर खेती के लिए बैल खरीदना पड़ रहा है।

सुंदरगढ़ :गौ तस्करी रोकने को लेकर सुंदरगढ़ जिले के तिलेइकानी इलाके के ग्रामीणों ने बुधवार को डीएम कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन किया। इलाके में शांति व सद्भावना बनाये रखने के लिए निषेधाज्ञा हटाने एवं टिकाजोर मवेशी बाजार को बंद करने की मांग की।
गौ तस्करी रोकने के लिए गांव में बैठक व तनाव के मद्देनजर उपजिलापाल सुंदरगढ़ के कार्यालय से देवभुवन पुर, ¨कजिरकेला, बीजागढ़, ब्राह्मणमारापुर, गाइडेगा समेत नौ गांवों में 60 दिनों के लिए निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है। एसडीपीओ प्रशांत कुमार महंती को इस इलाके की जिम्मेदारी दी गई है। ग्रामीणों का आरोप है कि प्रशासन की ओर से गौ तस्करों को संरक्षण देने के लिए इलाके में निषेधाज्ञा लागू की गई है। इसके विरोध में बुधवार को अनंग दास की अगुवाई में ग्रामीणों ने जिलापाल कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन किया। उन्होंने सौंपे गये ज्ञापन में उल्लेख किया है कि टिकजोर मवेशी बाजार कारण अंचल से बड़े पैमाने पर गौ तस्करी हो रही है। इलाके में गायों की चोरी, गौ हत्या हो रही है। स्थानीय गौ भक्तों के द्वारा इसका विरोध करने पर उनका उत्पीड़न किया जा रहा है। इस तरह की घटना से सांप्रदायिक सौहार्द बिगड़ रहा है। गौ वंश की संख्या कम होने से कृषकों को ऊंची कीमत पर खेती के लिए बैल खरीदना पड़ रहा है। ग्रामीणों ने समय रहते गौ तस्करी पर अंकुश नहीं लगाने पर कानून को हाथ में लेने की चेतावनी भी दी है। प्रदर्शन करने वालों में सुभाष नायक, मंजूला नायक, मनोज उरांव, पार्वती तिग्गा, सुषमा प्रधान आदि लोग शामिल थे।

विनायक दामोदर सावरकर का त्याग एवं बलिदान अतुलनीय

भुवनेश्वर :
भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में विनायक दामोदर सावरकर का त्याग एवं बलिदान अतुलनीय है। हमारा देश आज जिस प्रकार से हर क्षण जिस स्थिति से गुजर रहा है एवं बाग्लादेशी घुसपैठियों की संख्या जिस हिसाब से बढ़ रही है, इस तरह की स्थिति में अखण्ड भारत के भूगोल को मजबूत करने के लिए सावरकर के त्याग व बलिदान को याद करने की जरूरत है। भारत रक्षा मंच ओडिशा की तरफ से आयोजित सावरकर की 128 वीं जयंती कार्यक्रम में भाग लेते हुए वक्ताओं ने उक्त बातें कही। स्थानीय बुद्ध मंदिर परिसर में रक्षा मंच के राज्य अध्यक्ष डॉ विमलेंदु महाती की अध्यक्षता में कार्यक्त्रम आयोजित किया गया। कार्यक्त्रम में मुख्य वक्ता के तौर पर भाग लेकर पूर्व प्रशासक कल्याण राय ने सावरकर की वीरता एवं देश को आजाद कराने के लिए उनके योगदान के बारे में जानकारी दी। राय ने कहा कि आज की युवा पीढ़ी को सावरकर के जीवन आदर्श को अपने जीवन में अपनाना होगा। भारत रक्षा मंच के राष्ट्रीय सचिव अनिल धीर ने सावरकर देश के लिए किस प्रकार से कष्ट सहे थे एवं अण्डामान के सेलुलर जेल में जिस तरह से कैदी का जीवन गुजारे थे, उस संदर्भ में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि सावरकर जी को भारतीय इतिहास में जो स्थान मिलना चाहिए वह आज तक नहीं मिल पाया है। भारत रक्षा मंच के सह संयोजक मुरली मनोहर शर्मा ने कहा कि सावरकर जैसे अद्वितीय स्वतंत्रता सेनानी का आदर्श वर्तमान समय में प्रासंगिक है। आज देश के स्वतंत्रता एवं अखंडता पर खतरा दिखाई दे रहा है। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से बाग्लादेशी गैर कानूनी ढंग से घुसपैठ कर रहे हैं उसके परिणाम स्वरूप भारत के फिर टुकड़े- टुकड़े होने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है। इससे भारत की अखंडता को बनाए रखने के लिए हम सबको सावरकर के बलिदान को याद करना होगा। बाग्लादेशी अनुप्रवेशकारी को भारत की धरती से हटाने के लिए हमें कड़ी मेहनत करनी होगी। भारत रक्षा मंच ने जो अपना अभियान शुरू किया है, इसे निर्णायक रूप देना होगा तथा इसे देशव्यापी करना होगा। उन्होंने कहा कि भारत रक्षा मंच को इसमें आशिक सफलता भी मिली है। शर्मा ने कहा कि भोपाल केन्द्रीय जेल में बिना चार्जसीट के छह साल से कैदी जीवन बिता रही साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर के इलाज के लिए रक्षा मंच की तरफ से मनीआर्डर भेजने के लिए जो प्रयास शुरू किया गया है, उसके लिए उन्होंने हर किसी से सहयोग की अपील की। शर्मा ने कहा कि देश के प्रति हमारा जो कर्तव्य है उसका सही ढंग से पालन करना होगा। इस अवसर पर सेवा क्षेत्र में उल्लेखनीय अवदान के लिए भाषा साहित्य एवं संस्कृित क्षेत्र में परशुराम द्विवेदी तथा भारत विभाजन के प्रत्यक्ष दर्शी तथा स्वतंत्रता सेनानी रामचन्द्र हंस को सम्मानित किया गया। इस कार्यक्रम में राज्य महासचिव देव प्रसाद मिश्र ने स्वागत भाषण दिया जबकि अन्यों के बीच राजेन्द्र साहू, प्रदीप त्रिपाठी, संतोष जेना, गिरिजा दाश, संपादक विजय साहू, कमलाकात बस्तिया, डॉ धर्मछड़ा, वनविहारी बेहेरा, पंगुराम, बाबाजी चरण साहू व अरुणेश राय सहित अन्य लोग भी उपस्थित थे।

RSS Prathamik Shiksha Varg concludes at Bhubaneswar Mahanagar


Thursday, May 28, 2015

Path Sanchalan held by Shiksharthis of 3rd year Sangh Shiksha Varg

agpur, May 27. Spectacular Path Sanchalan was held by RSS Swayamsevaks who are attending the 3rd year or Triteeya Varsh Sangh Shiksha Varg here in Reshimbag of Nagpur on Wednesday evening. Dressed in RSS Uniform called Ganavesh, RSS cadres marched with pride in major streets of Nagpur.
RSS Sarsanghachalak Dr. Mohan Ji Bhagwat, Swami Madhavpriya Ji, Sah Sarkaryavah Suresh Ji Soni, RSS Akhil Bhratiya Prachar Pramukh Dr Manmohan Vaidya Ji, RSS Akhil Bharatiya Vyavastha Pramukh Mangesh Bhende, RSS Akhil Bharatiya Sah Prachar Pramukh J Nand Kumar Ji, RSS Akhil Bharatiya Sah Seva Pramukh Ajit Mahapatra, Varg Palak Adhikari Arun Kumar (Akhil Bharatiya Sah Sampark Pramukh), Varg Sarvadhikari Govind Singh Tank, Varg Karyavah Yashwant Bhai Chowdhary were present and witnessed the RSS Path Sanchalan.
A total of 876 select RSS cadres from across the nation are participating in this 25 day camp which began on May 11, 2015.  The Varg was inaugurated by RSS Sah Sarkaryavah Dattatreya Hosable Ji. Sangh Shiksha Varg to conclude on June 4th evening at Reshimbagh Maidan.
नागपुर तृतीय वर्ष संघ शिक्षा वर्ग
नागपुर तृतीय वर्ष संघ शिक्षा वर्ग
नागपुर तृतीय वर्ष संघ शिक्षा वर्ग
नागपुर तृतीय वर्ष संघ शिक्षा वर्ग
नागपुर तृतीय वर्ष संघ शिक्षा वर्ग
नागपुर तृतीय वर्ष संघ शिक्षा वर्ग
नागपुर तृतीय वर्ष संघ शिक्षा वर्ग
नागपुर तृतीय वर्ष संघ शिक्षा वर्ग
नागपुर तृतीय वर्ष संघ शिक्षा वर्ग
नागपुर तृतीय वर्ष संघ शिक्षा वर्ग
नागपुर तृतीय वर्ष संघ शिक्षा वर्ग
नागपुर तृतीय वर्ष संघ शिक्षा वर्ग

तृतीय वर्ष संघ शिक्षा वर्ग के शिक्षार्थियों ने निकाला पथ संचलन

नागपुर. तृतीय वर्ष संघ शिक्षा वर्ग के प्रतिभागियों द्वारा नागपुर नगर में पथ संचलन निकाला गया. पूर्ण गणवेश में पथ संचलन का आयोजन बुधवार शाम किया गया.  उल्लेखनीय है कि देश भर से 876 चयनित स्वयंसेवकों का 25 दिवसीय प्रशिक्षण वर्ग ११ मई से प्रारम्भ हुआ था, वर्ग का समापन  ४ जून सायं को  होगा. वर्ग का शुभारंभ सह सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबले जी ने किया था.
पथ संचलन का अवलोकन  परम पूजनीय सरसंघचालक मोहन जी भागवत, स्सवामी माधवप्रिय जी, सह सरकार्यवाह  सुरेश सोनी जी, अखिल  भारतीय प्रचार प्रमुख मनमोहन वैद्य जी, अखिल भारतीय व्यवस्था प्रमुख मंगेश भेंडे, अखिल भारतीय सह प्रचार प्रमुख जे. नंदकुमार, अखिल भारतीय सह सेवा प्रमुख अजीत महापात्रा, वर्ग पालक अरुण कुमार (अखिल भारतीय सह संपर्क प्रमुख), वर्ग सर्वाधिकारी गोविंद सिंह टांक, वर्ग कार्यवाह यशवंत भाई चौधरी ने किया.
नागपुर तृतीय वर्ष संघ शिक्षा वर्ग
नागपुर तृतीय वर्ष संघ शिक्षा वर्ग
नागपुर तृतीय वर्ष संघ शिक्षा वर्ग
नागपुर तृतीय वर्ष संघ शिक्षा वर्ग
नागपुर तृतीय वर्ष संघ शिक्षा वर्ग
नागपुर तृतीय वर्ष संघ शिक्षा वर्ग
नागपुर तृतीय वर्ष संघ शिक्षा वर्ग
नागपुर तृतीय वर्ष संघ शिक्षा वर्ग
नागपुर तृतीय वर्ष संघ शिक्षा वर्ग
नागपुर तृतीय वर्ष संघ शिक्षा वर्ग
नागपुर तृतीय वर्ष संघ शिक्षा वर्ग
नागपुर तृतीय वर्ष संघ शिक्षा वर्ग

Wednesday, May 27, 2015

PASTOR CHAITANYA MURMU ARRESTED ON CHARGES OF FORCED CONVERSION

PASTOR CHAITANYA MURMU ARRESTED ON CHARGES OF FORCED CONVERSION



Anandapur – Father Chaitanya Murmu, Pentecoastal minister in the village of Manoharpur(Odisha) has been arrested on the charges of forced conversion. Police in Anandpur arrested the father for baptizing 16 tribal people. He allegedly forced them to embrace Christianity in exchange for money. He was also convicted of preaching conversion in Manoharpur and nearby villages without the permission of government or shanti committee.  Anandpur IIC Sandhyarani Jena along with the force arrested him in Manoharpur.

SHANKARACHARYA AGREES TO CLIMB ATOP CHARIOTS

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Puri: Shankaracharya of Govardhan Peeth Swami Nischalananda Saraswati has agreed to be part of the rituals of Debasnana Purnima and climb the chariots along with six of his disciples during Rath Yatra. This was informed by Puri Gajapati Dibyasingha Deb who called on the seer on Tuesday. Shankaracharya accepted the invitation by Gajapati Maharaja.
The Maharaja reached Govardhan Peeth along with Administrator of the Shree Mandir and members of the temple management committee in order to invite Shankaracharya formally for Debasnana Purnima and Rath Yatra.
Notably, last year in its invitation to the Shankaracharya, the temple administration had asked him to have darshan of the deities atop the chariots alone without his disciples. Insulted by the administration’s action, the Shankaracharya had refrained from having darshan of the deities atop the chariots.
Source-pragativadi

अनुप्रवेशकारियों को तुरन्त ओड़िशा की माटी से खदेड़ने के साथ अनुप्रवेश रोकने के लिए सरकार से माग की

भुवनेश्वर : बाग्लादेशी अनुप्रवेशकारियों की पहचान करने के क्षेत्र में राज्य सरकार द्वारा टालमटोल की नीति अपनाए जाने पर भारत रक्षा मंच की राज्य कार्यकारिणी में असंतोष प्रकट किया गया है। भारत रक्षा मंच की तरफ से माग की गई है कि अनुप्रवेशकारियों को तुरन्त ओड़िशा की माटी से खदेड़ने के साथ अनुप्रवेश रोकने के लिए सरकार से माग की गई है। स्थानीय अटल आश्रम में भारत रक्षा मंच की राज्य कार्यकारिणी बैठक रक्षामंच के राज्य अध्यक्ष विमलेंदु महाती की अध्यक्षता में आयोजित की गई। बैठक में रक्षा मंच के राष्ट्रीय आवाहक मुरली मनोहर शर्मा एवं राष्ट्रीय महासचिव अनिल धीर अतिथि के तौर पर उपस्थित थे। रक्षामंच की भोपाल बैठक एवं नई दिल्ली में आयोजित राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक में लिए गए विभिन्न प्रस्तावों के बारे में सूचना दी गई। इस राष्ट्रीय समस्या पर केन्द्र सरकार के स्वराष्ट्र मंत्रालय की तरफ से उठाए गए कदम पर बैठक में संतोष प्रकट किया गया। पिछले साल की तरह इस साल भी वीर सावरकर की जयंती बुद्ध विहार में पालन करने के लिए निर्णय लिया गया। भोपाल केन्द्रीय जेल जीवन से संग्राम कर रही साध्वी प्रज्ञा ठाकुर को बेहतर इलाज की व्यवस्था न होने से उनके इलाज के खर्च के लिए ओड़िशा से हजारों मनीआर्डर भेजने का निर्णय लिया गया। उसी तरह ओड़िशा के तमाम जिलों में संगठन को एक महीने के अंदर मजबूत करने पर जोर दिया गया। बैठक में राज्य महासचिव देव प्रसाद मिश्र, उपाध्यक्ष डॉ सदानंद दीक्षित, राजेन्द्र साहू, प्रदीप त्रिपाठी, संतोष जेना, गिरिजा शकर दाश, सचिव विजय साहू, कटक जिलाध्यक्ष, खुर्दा जिला अध्यक्ष वनविहारी बेहेरा, मयूरभंज जिला अध्यक्ष पंगुराम माराण्डी, भुवनेश्वर जिलाध्यक्ष बाबाजी चरण सारू, कोषाध्यक्ष राजेश अग्रवाल, अरुणेश राय मुख्य रूप से उपस्थित थे।

गोमांस पर रिजिजू का यूटर्न, कहा- 'मेरी बात का गलत मतलब निकाला गया'




गोमांस पर रिजिजू का यूटर्न, कहा- 'मेरी बात का गलत मतलब निकाला गया'
नई दिल्ली। केंद्रीय गृह राज्यमंत्री किरण रिजिजू ने गोमांस पर दिए अपने बयान पर सफाई देते हुए कहा कि मेरे बयान का गलत मतलब निकाला गया है। उन्होंने कहा कि खानपान को लेकर विवाद ठीक नहीं है और बहुसंख्यकों की भावनाओं का ख्याल रखा जाना चाहिए।
एक टीवी चैनल से बातचीत में उन्होंने कहा, 'भारत एक धर्मनिरपेक्ष देश है और राज्यों में फूड हैबिट किसी पर थोपी नहीं जा सकतीं। जहां हिंदू बहुसंख्यक है, उनकी आस्था और मान्यताओं का सम्मान किया जाना चाहिए।'
गौरतलब है कि इससे पहले गोमांस पर अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी के बयान पर पूछे गए एक सवाल के जवाब में किरण ने कहा था कि मैं गाेमांस खाता हूं और अरुणाचल प्रदेश से हूं, क्या कोई मुझे ऐसा करने से रोक सकता है। आप किसी को ऐसा करने से रोक नहीं सकते। ये एक लोकतांत्रिक देश है और कई बार ऐसे बयान आते हैं जिन्हें अच्छा नहीं कहा जा सकता।
रिजिजू ने कहा कि अगर मिजोरम का कोई ईसाई यह कहता है कि यह जीसस की भूमि है तो इससे पंजाब और हरियाणा में किसी को कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए। हमें हर जगह के लोगों की भावनाओं का सम्मान करना चाहिए।
केंद्रीय गृह राज्यमंत्री ने कहा कि अगर महाराष्ट्र, गुजरात और मध्य प्रदेश जो कि हिंदू बहुल राज्य हैं और वहां की सरकारें उनके हिसाब से कानून बनाती हैं तो उन्हें ऐसा करने का हक है लेकिन हमारे क्षेत्र में भी लोगों की भावनाओं का ध्यान रखा जाना चाहिए। हमें भी अपने ढंग से जीने का हक मिलना चाहिए। इस देश में कई धर्म और मत हैं लेकिन हमें एक-दूसरे की भावनाओं का सम्मान करना चाहिए। किसी पर भी अपने विचार थोपना सही नहीं है।
'मंत्री हो या संतरी जनभावना का सम्मान करें'
इस बीच, भाजपा सांसद योगी आदित्यनाथ ने जवाब देते हुए कहा कि देश का बहुसंख्यक वर्ग गोहत्या पर प्रतिबंध चाहता है। चाहे मंत्री हो या संतरी उसे जनभावना का सम्मान करना चाहिए।
बताते दें कि मुख्तार अब्बास नकवी ने पिछले शुक्रवार को एक बयान में कहा था कि अगर कुछ लोग गाेमांस खाने के लिए मरे जा रहे हैं तो यहां उन्हें यह नहीं मिलेगा। वे पाकिस्तान या किसी अरब देश में या दुनिया के अन्य किसी भी हिस्से में जहां यह मिलता हो, वहां जाकर गाेमांस खा सकते हैं।
स्त्रोत : दैनिक Dainik Jagran Hindi News

Tuesday, May 26, 2015

गंगा की अविरलता ही गंगा की निर्मलता और रक्षा का एकमात्र मार्ग

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हरिद्वार. प्राचीन श्रीराम मन्दिर, भोपतवाला में विश्व हिन्दू परिषद की केन्द्रीय मार्गदर्शक मण्डल की बैठक के प्रथम सत्र में दो प्रस्ताव – गंगा की अविरलता ही गंगा की निर्मलता और रक्षा का एकमेव मार्ग है, श्वेत क्रान्ति और भारत के गांव व गरीब किसान के विकास का मूलाधार गोवंश की रक्षा में सन्निहित है, पारित किए गए. जिन पर सभी सन्तों ने एकमत होकर अपने विचार प्रकट किए. कार्यक्रम का शुभारम्भ निवर्तमान शंकराचार्य पूज्य स्वामी सत्यमित्रानन्द गिरि जी महाराज ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया. कार्यक्रम की अध्यक्षता महानिर्वाणी पीठाधीश्वर पूज्य स्वामी विशोकानन्द जी महाराज तथा संचालन विश्व हिन्दू परिषद के महामंत्री चम्पतराय जी व उपाध्यक्ष जीवेश्वर मिश्र ने संयुक्त रूप से किया.
पूज्य स्वामी सत्यमित्रानन्द जी ने कहा कि मेरा विश्व हिन्दू परिषद के साथ सम्बन्ध 1964 से है और तब से अब तक विश्व हिन्दू परिषद का एक सामान्य घटक होने के नाते मैं हर कार्यक्रम में उपस्थित रहा हूं. मैं आज पुनः संघ के तत्कालीन सरसंघचालक परमपूज्य श्रीगुरुजी को स्मरण कर रहा हूं. मुझे 15 वर्ष की आयु में उनकी गोद में बैठने का अवसर मिला. हम सब भगवान श्रीराम के उपासक हैं और श्रीराम भगवान शिव के उपासक हैं , दोनों ही हमें सिखाते हैं कि हमें विष पीने और अमृत बांटने का अधिकार है. विश्व हिन्दू परिषद और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का कार्य ईश्वरीय कार्य है. यह हम मानेंगे तो आत्म-संतुष्टि होगी और विश्व का कल्याण होगा.
जिस देश में ‘‘ यत्र नार्यस्तु पूजयन्ते ’’ सिखाया गया, उस देश में आज टीवी खोलो तो बलात्कार की खबरें दिखाई देती है, यह पीड़ादायक है. हर गांव में हनुमान चालीसा और सुन्दरकाण्ड का पाठ होने लगे तो परिवर्तन आएगा. आज महिलाओं को किरण बेदी बनने की जरूरत है. मैं उस साध्वी के साहस को प्रणाम करता हूं, जिसने राजनैतिक नेता की गाड़ी को बदतमीजी करने पर तोड़ दिया.
पीड़ा यह है कि इस देश का 85 प्रतिशत हिन्दू आज यह महसूस कर रहा है कि उसका रक्षक कोई नहीं है. जब तक यह चुनाव की पद्धति रहेगी, तब तक देश में भ्रष्टाचार नहीं रूकेगा, चाहे देश में एक की जगह मोदी सरीखे पचास नेता आ जाएं. आप पार्टी फण्ड के नाम पर चन्दा क्यों लेते हैं ? अगर आपका चरित्र अच्छा है तो लोग अपने आप पैसा देंगे.
जूना पीठाधीश्वर आचार्य महामण्डलेश्वर स्वामी अवधेशानन्द गिरि जी महाराज ने कहा कि केन्द्र सरकार की ‘‘ नमामी गंगे ’’ योजना स्तुत्य है और यह भविष्य के लिए सुखद संदेश है. आज आवश्यकता है कि जितना जल गंगोत्री से निकलता है, उतना ही गंगासागर तक पहुंचना चाहिए. अब तो हरिद्वार में भी गंगाजल नहीं मिल रहा है. हिमालय में विकास की जगह विनाश हो रहा है और गंगा को अप्राकृतिक ढंग से लाया गया है. गंगोत्री से लेकर गंगासागर तक के तीर्थस्थानों के जो घाट हैं, वहां पर्याप्त मात्रा में गंगा की धारा नहीं पहुंच रही है. इसलिए गंगा की अविरलता, निर्मलता पर ध्यान दिया जाना चाहिए.
पूर्व गृहराज्य मंत्री पूज्य स्वामी चिन्मयानन्द जी महाराज ने कहा कि मोदी सरकार से सन्तों को बहुत आशा है. गंगा की पीड़ा को जानने वाला ही वास्तव में गंगा के लिए कुछ कर सकता है. कुछ दिन राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री से हुई वार्ता में भी गंगाघाटों पर जल का न पहुंचना बड़ी चिन्ता का विषय रहा. उन्होंने कहा कि गंगा की गहराई दिन ब दिन कम होती जा रही है, जिस कारण गंगाघाटों पर पर्याप्त जल नहीं पहुंचता. गंगा की अविरलता के बिना निर्मलता की बात नहीं की जा सकती. गंगा पर सरकार के मंथन में जो निकला है, वह सामने आना चाहिए. साथ ही उन्होंने गोरक्षा के लिए केन्द्र सरकार से सख्त कानून बनाए जाने की मां की.
साध्वी प्रज्ञा ने कहा कि गंगा को बांधों में बांधकर गंगा का गंगत्व समाप्त कर दिया है. गंगा में डूबकी लगाकर जहां मोक्ष की प्राप्ति होती है, वहीं आज गंगा प्रदूषण विकट समस्या बन गया है. साध्वी मैत्रेयी गिरि ने कहा कि जिस देश के पूर्वजों की तपस्या से गंगा अवतरित हुईं, आज उसी माँ गंगा का जल प्रदूषित हो गया है.
पूज्य स्वामी दयानन्द दास जी ने कहा कि गंगा नदी में राफ्टिंग बन्द होनी चाहिए. पूज्य स्वामी परमात्मानन्द जी ने कहा कि आज विकास की जो बात हो रही है, वह पश्चिम ने लिखी है और हमारा राष्ट्र उसी दिशा में जा रहा है. स्वर्गीय राजीव गांधी ने गंगा प्राधिकरण के लिए 11 हजार करोड़ रूपए दिए, लेकिन कहां गए पता नहीं. पूज्य राघवाचार्य महाराज जी ने पंचगव्य से बनने वाले उत्पादों पर जोर दिया. पूज्य संत ईश्वरदास जी महाराज ने कहा कि गौमाता की दुर्दशा देवभूमि में हो रही है, यह दुर्भाग्यपूर्ण है.
विश्व हिन्दू परिषद के कार्याध्यक्ष डॉ प्रवीणभाई तोगड़िया ने कहा कि केन्द्र सरकार को गौहत्या बन्दी कानून लाना चाहिए. प्रत्येक हिन्दू को हर दिन एक रोटी गाय के लिए निकालनी चाहिए. हमारे देश में देसी गाय की नस्ल समाप्त होती जा रही है, इसके संरक्षण, संवर्धन के लिए आवश्यक है कि गोमूत्र व गोबर की उपयोगिता को हम समझें.
अन्त में कार्यक्रम के अध्यक्ष पूज्य स्वामी विशोकानन्द जी महाराज ने कहा कि गौसेवा से हमें सभी तीर्थों का पुण्य प्राप्त होता है. गाय की सेवा से बारह ज्योतिर्लिंगों की पूजा का फल प्राप्त होता है.
गंगा की अविरलता, निर्मलता का संकल्प दोहराते कहा कि यदि हम आज भी अपनी मोक्षदायिनी माँ गंगा के प्रति जागरूक नहीं हुए तो हमारी आने वाली पीढि़यां हमें कभी माफ नहीं करेंगी. आज जहां देश की यमुना, सरस्वती जैसी महानदियां विलुप्त होने के कागार पर हैं. वहीं साजिशन गंगा को भी समाप्त किया जा रहा है. बड़े-बड़े बांधों का निर्माण कर गंगा में अवरोध उत्पन्न किया जा रहा है, जो प्रकृति के साथ बहुत बड़ा खिलवाड़ है.

इंदौर मेें लव-जिहाद के प्रकरण में दो हिन्दू युवतियों का जीवन उद्ध्वस्त

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इंदौर (मध्यप्रदेश) – यहां लवजिहाद के प्रकरण में दो धर्मांधों ने दो हिन्दू युवतियों का जीवन उद्ध्वस्त किया है । इस में एक प्रकरण में धर्मांध ने अल्पवयीन हिन्दू युवती का अपहरण किया, जबकि अन्य एक प्रकरण में विवाह का मिथ्या आश्वासन देकर धर्मांध ने निरंतर ३ वर्षों तक महाविद्यालयीन हिन्दू युवती का लैंगिक शोषण किया । दोनों ही घटनाओं के संदर्भ में पुलिस थाने में परिवाद प्रविष्ट किया गया है एवं पुलिस अगली जांच कर रही है ।

जिहादीद्वारा नाथ संप्रदाय की अल्पवयीन युवती का अपहरण

नौशाद नामक युवक ने विविध लालच देकर यहां के नाथ संप्रदाय की एक अल्पवयीन युवती का अपहरण किया । यह प्रकरण उजागर होते ही हिन्दू संगठन के श्री. विनोद मिश्रा ने पीडित लोगों के परिजनों एवं अन्य हिन्दुत्वनिष्ठों को एकत्र किया एवं नौशाद के विरुद्ध पुलिस थाने में परिवाद प्रविष्ट किया । पुलिस थाने के प्रमुख अभिषेक तिवारी ने नौशाद पर भारतीय दंड संहिता की धारा ३६३ एवं अन्य धाराओं के अनुसार अपराध प्रविष्ट किया ।

विवाह करने का मिथ्या आश्वासन देकर हिन्दू युवती का लैंगिक शोषण

दिलकश मुलीम नामक जिहादीने यहां के आई.पी.एस.महाविद्यालय में पढनेवाली एक हिन्दू युवती से मित्रता की । तदुपरांत उसने उससे निकटता बढाकर उससे विवाह करने का आश्वासन दिया एवं उससे शारीरिक संबंध रखना आरंभ किया । निरंतर ३ वर्षों तक उसने उसका लैंगिक शोषण किया । (हिन्दू युवतियो, धर्मांधों द्वारा झूठे आश्वासन देकर आयुष्य उद्ध्वस्त करने की सैकडों घटनाएं उजागर होते हुए भी उनसे अंधे की तरह मित्रता करने की चूक न करें ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात ) हिन्दू युवती को ६ दिन पूर्व ही दिलकश के एक धर्मांध युवती से विवाह करने की जानकारी मिली तथा अपने साथ धोखा होने की बात उसके ध्यान में आई । उसने दिलकश के विरुद्ध विवाह का झूठा आश्वासन देकर लैंगिक शोषण करने के संदर्भ में पुलिस थाने में परिवाद प्रविष्ट किया । पुलिस ने दिलकश के विरुद्ध भारतीय दंड संहिता की धारा ३७६ एवं अन्य धाराओं के अनुसार अपराध प्रविष्ट किया है ।

Puri Temple to Invite Seer,Disciples for 'Snana' Rituals

PURI: Putting to rest the controversy over participation of Shankaracharya Swami Nischalananda Saraswati in the Deba Snana Purnima and Rath Yatra rituals, the managing committee of Jagannath temple has decided to invite the seer along with his disciples to ‘Snana Bedi’ and Rath Yatra to offer prayers.
At the managing committee meeting held on Sunday under the chairmanship of Gajapati Dibyasingh Dev, it was resolved that no person other than the servitors on duty would be allowed to touch the deities during the ‘Sahana Mela’ (free public darshan) during ‘Snana Purnima’ on June 2.
Last year, protesting the decision of the temple administration to allow only the Shankaracharya to offer prayer during the two rituals, the seer did not attend the Rath Yatra. However, this year, the temple managing body has allowed six disciples of the Shankaracharya to accompany him to ‘Snana Bedi’ and the chariots.
Meanwhile, in another decision, it was resolved to extend financial assistance to the individuals and temples from where the Darus for the Trinity and Lord Sudarshan were collected.
Since Sudarshan Daru was standing on a Government land, the man who was taking care of the tree, Somnath Behera, would be gifted a wheel of a chariot.
The Sarala temple administration would be paid ` five lakh and gifted a wheel of the rath as Daru for Lord Balabhadra’s new idol was collected from the temple’s
vicinity.  Similarly, the Nilakantheswar Temple Trust where the holy Daru of Devi Subhadra was found  would be gifted ` five lakh and a wheel of the rath.
On the other hand, Krushna Chandra Mallick of Kharipadia on whose land the Daru for Lord Jagannath’s idol was spotted, would be paid ` three lakh and the villagers would be paid ` five lakh.
This apart, religious insignias would be erected at the sites from where the holy Neem trees were collected.The temple body almost doubled the wages of
Palia servitors and raised wages of carpenters by 20 per cent.
Chief Administrator of the Jagannath temple administration Suresh Chandra Mahapatra and all members of the temple managing committee participated in the meeting.
Source-http://www.newindianexpress.com/