Tuesday, May 19, 2015

अपनी मर्यादा खुद तय करे मीडिया : केजी सुरेश

जालंधर (विसंकें). नई दिल्ली दूरदर्शन के वरिष्ठ सलाहकार केजी सुरेश ने कहा कि संचार क्रांति के युग में मीडिया की सीमा को लेकर प्रश्न उठाए जाने लगे हैं. मीडिया को मर्यादा में रहने की आवश्यकता तो है, परंतु उसे खुद अपनी मर्यादा तय करनी होगी.
वह विश्व संवाद केंद्र पंजाब की ओर से जालंधर, बठिण्डा  व फिरोज़पुर में नारद जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित ‘पत्रकारिता के समक्ष चुनौतियां एवं समाधान’ विषय पर कार्यक्रमों को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने लोकतंत्र को मजबूत करने व जनजागृति फैलाने में मीडिया द्वारा निभाई जा रही भूमिका की सराहना की.
केजी सुरेश ने कहा कि मीडिया जहां सकारात्मक भूमिका निभा रहा है तो यह भी सत्य है कि वहीं एक वर्ग सनसनी और वितंडावाद को अपना एजेंडा बनाए हुए है. समाचार व विचार प्रस्तुतिकरण में हमें इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि लिखे गए या प्रसारित किए गए विचारों का समाज पर क्या असर होने वाला है. समाचार देने वाले को सदैव राष्ट्रहित, समाज हित, सामाजिक धारणाओं का सम्मान आदि बहुत से विषय हैं, जिनको ध्यान में रखना चाहिए. उन्होंने क्षेत्र में युवाओं को आने और मीडिया क्रांति का हिस्सा बनने का आह्वान करते कहा कि नया जोश, जलरोव लोीो् (2)नया खून मीडिया में नएपन का आगाज करेगा. देवर्षि नारद जी को उद्धृत करते हुए केजी सुरेश ने कहा कि उन्होंने संचार व सूचना प्रसारण की विधि को जो ऊंचाई दी, शब्द को ब्रह्म मान कर उसकी उपासना की, वह विश्व के समस्त मीडिया जगत के लिए उदाहरण है.
जालंधर में कार्यक्रम अध्यक्ष, पंजाब के वरिष्ठ पत्रकार इरविन खन्ना ने कहा कि अगर मीडिया शरीर है तो राष्ट्रवाद उसकी सांसें और देशभक्ति प्राण. पत्रकारिता का लक्ष्य सदैव अपने राष्ट्र, अपने समाज का हित रहना चाहिए. मीडिया की व्यवसायिकता की बहस को आगे बढ़ाते कहा कि इसमें और पत्रकारिता के धर्म में संतुलन बनाने की जरूरत है. व्यवसायिकता का यह अर्थ नहीं कि पत्रकारिता जैसे उच्च आदर्श वाले क्षेत्र के मापदंडों से छेड़़छाड़ की जाए. समारोह के मुख्य अतिथि आल इंडिया रेडियो के निदेशक शमिंदर कुमार ने सोशल मीडिया के महत्व पर कहा कि पूरी दुनिया में आज परंपरागत मीडिया के समानांतर मीडिया खड़ा हो चुका है, जिसमें हर व्यक्ति पत्रकार व लेखक है और सोशल मीडिया का उपयोग करने वालों पर भी वही जिम्मेवारी है जो परंपरागत मीडिया कर्मियों पर है. सोशल मीडिया का उपयोग सकारात्मक रूप से पूरी जिम्मेवारी के साथ होना चाहिए. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के महानगर संघचालक कुलदीप भगत ने मेहमानों का स्वागत किया.
बठिण्डा में कार्यक्रम अध्यक्ष डीके गर्ग जी, डिप्टी चीफ इंजीनियर पंजाब स्टेट पावर कारपोरेशन लिमिटेड(सेवानिवृत) ने कहा कि आज मीडिया द्वारा समाज को दिशा देने की जरुरत है. इसलिए आज मीडिया को खुद को यह जिम्मेदारी उठानी चाहिए. उन्होंने विश्वास जताया कि युवा वर्ग वर्तमान पत्रकारिता के समक्ष आई चुनौतियों से निपटने में पूरी तरह सक्षम होगा.
जलरोव लोीो् (4)फिरोज़पुर में कार्यक्रम अध्यक्ष एसडी स्कूल के प्रिंसिपल विपन शर्मा ने कहा कि पत्रकारिता को समाज में सकारात्मक खबरों से समाज का पोषण करना चाहिए. नकारात्मक खबरों से जहां समाज में हीन भावना पैदा होती है, वही सकारात्मक खबरों से समाज को नयी ऊर्जा मिलती है. मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए डॉ बलविंदर गर्ग, रजिस्ट्रार पंजाब टेक्निकल यूनिवर्सिटी  ने विश्व संवाद केंद की जानकारी देते कहा कि समाचार की भारतीय परिभाषा है, सम्यक विचार, समरसता का संदेशयुक्त सूचना, समाज का मार्गदर्शन करने वाली जानकारी. इसी विचारधारा को प्रफुल्लित करने के लिए 1992 में लखनऊ में विश्व संवाद केंद्र की स्थापना की गई. भारत के प्रत्येक राज्य में इसकी सफल नेटवर्किंग अपनी विलक्षण व निष्पक्ष कार्यप्रणाली के आधार पर आज देश में विश्वसनीय समाचारों का पर्याय बन चुकी है. सेवा के माध्यम से मीडिया जगत को प्रकाशन के लिए समाचार व लेख प्रसारित किए जाते हैं.
पाञ्चजन्य और आर्गेनाइजर द्वारा बाबा साहिब भीमराव अंबेदकर पर प्रकाशित विशेषांकों, लाला लाजपतराय की किताब का विमोचन भी किया गया.

No comments: