Saturday, May 23, 2015

धूमधाम से बनाया गया गुरू अर्जुन देव का शहीदी दिवस

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रोहतक (विसंकें). राष्ट्रीय सिख संगत रोहतक के तत्वाधान में शुक्रवार को गोहाना रोड स्थित शिक्षा भारती वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में सिक्खों के पांचवें गुरु अर्जुन देव जी का शहीदी दिवस मनाया गया. स्कूल के  छात्रों ने विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए. कार्यक्रम में प्रथम, द्वितीय, तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले वरुण, नवीन, मनदीप, गर्वित, मोक्ष, राहुल, हितेश, सागर को पुरस्कृत किया गया. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सुदर्शन धींगड़ा ने कहा कि जो देश अपने शहीदों को याद नहीं करता, वह देश जीवित नहीं रह सकता. सिख भिन्न नहीं अपितु भारत का एक घटक हैं, हिन्दू धारा के अंग हैं. उन्होंने खालसा शब्द की व्याख्या करते हुए बताया कि नेक नीयत या साफ दिल से और निष्पक्ष रुप से उपासना करने वाले खालसा कहे जाते है. गुरु अर्जुन देव जी धर्म रक्षा के लिए शहीद होने वाले प्रथम गुरु थे. उनके पुत्र गुरु हरगोबिन्द ने एक सिख फौज तैयार की और अनेक बार मुसलमानों का मुकाबला किया. उन्होंने छात्रों को भविष्य में संगठित रहने की प्रेरणा दी. गुरु अर्जुन देव जी का पूरा जीवन वृत्त छात्रों के समक्ष प्रस्तुत किया और बताया कि किस प्रकार उनका धर्म परिवर्तन करवाने के लिए मुसलमानों ने उनको यातनाएं दी. उनको गर्म तवे पर बैठाकर गर्म रेत उन पर डाली गई और अन्त में वे रावी नदी में विलीन हो गए.
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