Thursday, October 01, 2015

असम की पुलिस का दावा – राज्य के लोगों की बढी इस्लामिक स्टेट में दिलचस्पी

गुवाहाटी : असम में जिहादी एक्टिविटीज के बढ़ते मामलों के बीच यहां की पुलिस को इंटरनेशनल टेररिस्ट ऑर्गनाइजेशन आईएसआईएस के पांव पसारने का डर सता रहा है। ऐसी आशंका असम के डीजीपी खगन शर्मा ने जाहिर की है।
मंगलवार को हुई एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में शर्मा ने कहा कि अभी तक असम से किसी ने भी आईएसआईएस ज्वाइन नहीं किया है, लेकिन लोगों की इस आतंकी संगठन में दिलचस्पी बढ़ी है। इसे लेकर वे बेहद चिंतित और अलर्ट हैं। शर्मा ने कहा, ”बहुत सारे लोगों ने आईएसआईएस की वेबसाइट्स सर्फ की है। रिकॉर्ड तादाद में इन वेबसाइट्स पर हुए हिट्स को देखते हुए यह कहा जा सकता है कि यह महज दिलचस्पी से कुछ ज्यादा है। ऐसा जम्मू-कश्मीर या आंध्र प्रदेश में भी हो रहा है।”

साइबर सेल कर रहा मॉनिटर

डीजीपी के मुताबिक, असम पुलिस के क्रिमिनल इन्वेस्टिगेशन डिपार्टमेंट (सीआईडी) का साइबर सेल डिपार्टमेंट ऐसे मामलों पर काम कर रहा है। डीजीपी ने कहा, ”हमारे पास इस तरह के मामलों से निपटने लायक इक्विपमेंट नहीं हैं। हालांकि, नेशनल टेक्निकल रिसर्च ऑर्गनाइजेशन भी इस तरह के मामलों पर नजर रख रहा है।”
डीजीपी के मुताबिक, ”हाल ही में हमने बांग्लादेशी आतंकी संगठन जमातुल मुजाहिदीन बांग्लादेश (जेएमबी) के २४ मेंबर्स को अरेस्ट किया है। बांग्लादेश सरकार की ओर से इस संगठन के खिलाफ कदम उठाने की वजह से इसके मेंबर असम और भारत के कुछ दूसरे राज्यों में फैल गए हैं। इससे पहले हमने हूजी के आतंकियों को भी गिरफ्तार किया है।”

भारत में बढ़ रही दिलचस्पी

मोदी सरकार भले ही यह कह रही हो कि आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएसआईएस) का देश के युवाआें पर बेहद कम असर है, लेकिन पिछले महीने सामने आया एक सर्वे इससे अलग तस्वीर पेश कर रहा है। सर्वे से पता चला है कि, देश के युवा इस आतंकी संगठन की गतिविधियों पर बेहद करीब से नजर रख रहे हैं। इसके अलावा, संगठन की सोशल मीडिया एक्टिविटीज में भी हिस्सा ले रहे हैं। आईएसआईएस के कंटेंट के लिए राज्यों में सबसे ज्यादा ट्रैफिक जम्मू-कश्मीर से और शहरों में श्रीनगर से आ रहा है। वहीं, मुंबई ऐसा पांचवां शहर है, जहां से आईएसआईएस का कंटेंट सर्च किया जा रहा है।
संदर्भ : भास्कर

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