संबलपुर : केंद्रीय पेट्रोलियम व प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेद्र प्रधान ने देश के सांस्कृतिक प्राणकेंद्रों में से एक कहे जाने वाले संबलपुर को भारतीय संस्कृति को प्रभावित करने वाला शहर बताया है। वे साप्ताहिक पत्रिका स्वीकार के 19वें वार्षिकोत्सव को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे।
प्रधान ने आज के समाज में मीडिया को महत्वपूर्ण बताते हुए इसे समाज सुधारक भी बताया। उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि देश में पेट्रोल-डीजल की कीमतों में कमी में उनके विभाग की बहादुरी नहीं बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पेट्रोलियम पदार्थ की कीमत में आयी कमी का नतीजा है। उन्होंने बताया कि हाल ही में केंद्र सरकार ने एक्साइज डयूटी बढ़ा दी है, जिसकी आलोचना की जा रही है लेकिन देश के विकास को ध्यान में रखकर वह डयूटी लगायी गई है। इससे प्राप्त राशि से प्रत्येक राज्य को 33 फीसदी राशि दी जाएगी और बाकी केंद्र सरकार को मिलेगा।
उन्होंने संबलपुर में जांडिस की भयावह स्थिति पर भी चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि आठ महीने पहले संबलपुर में जांडिस का मामला सामने आया था लेकिन राज्य सरकार इस पर अब तक काबू नहीं कर सकी है। अफसोस इस बात का है कि लोगों के मरने और सैकड़ों लोगों के पीड़ित होने के बाद सरकार की नींद खुली है और अब इससे निपटने के लिए व्यवस्था की जा रही है। उन्होंने राजनीति से ऊपर उठकर प्रधानमंत्री के स्वच्छ भारत अभियान को सफल बनाने का आह्वान किया। प्रो. शंकर प्रसाद पति की अध्यक्षता और अनुक्ता मिश्र द्वारा संयोजित इस वार्षिकोत्सव में स्वीकार के संपादक हेमंत कुमार महापात्र ने स्वागत भाषण दिया, जबकि अरविंद महापात्र ने धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर, पद्मश्री चर्तुभुज मेहेर और संबलपुर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. चितरंजन त्रिपाठी बतौर सम्मानित अतिथि उपस्थित थे
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