भुवनेश्वर : बांग्लादेशी घुसपैठियों के खिलाफ आंदोलन छेड़ते हुए भारत रक्षा मंच ने गत शनिवार को राजधानी भुवनेश्वर में विशाल रैली निकाली और सभा की। मंच की तरफ से निकाली गई रैली मैं राज्य भर से हजारों की संख्या में लोगों ने भाग लिया। खासकर रैली में शामिल युवाओं में देश प्रेम की अलग ही झलक देखने को मिली।
रैली राष्ट्रभाषा प्रचार समिति कार्यालय से निकलकर राममंदिर चौक होते हुए श्रीया चौक पहुंची और श्रीया चौक से फिर सभा स्थल पर पहुंची। रैली में शामिल पाईक भाइयों ने अपने पाइक करतब दिखाने के साथ घुसपैठियों को खदेड़ने को आवाज बुलंद की। सभा में भारत रक्षा मंच के राष्ट्रीय संयोजक सूर्यकांत केलकार, कार्यकारिणी अध्यक्ष रघुनंदन शर्मा, सह संयोजक मुरली शर्मा, साधारण संपादक अनिल धीर, राष्ट्रीय संपादक नीरज श्रीवास्तव व राज्य अध्यक्ष डॉ. विमलेंदु महांती आदि नेताओं ने अपने उद्बोधन में बांग्लादेशी घुसपैठियों को देश के लिए गंभीर खतरा बताया और कहा कि जब तक हम इन्हें ओडिशा ही नहींपूरे देश से खदेड़ नहींदेंगे तब तक चैन से नहीं बैठेंगे।
सभा को कंबोधित करते हुए भारत रक्षा मंच के सह संयोजक मुरली मनोहर शर्मा ने कहा कि घुसपैठियों को खदेड़ने के लिए किसी प्रकार की सेना की जरूरत नहींहै। इनके लिए तो हमारी पाइक सेना ही काफी है। उन्होंने कार्यक्रम में शामिल मोदी सेना के कार्यकर्ताओं से कहा कि यदि मोदी सेना के कार्यकर्ता पसीना बहाते हैं तो मंच के कार्यकर्ता खून बहाने से भी पीछे नहींहटेंगे। आज से छह महीने पहले राज्यपाल को एक ज्ञापन दिया था कि मछुआरों को पहचान पत्र की व्यवस्था की जाए। क्योंकि उनके साथ लौटते समय 50 लोगों को और लाते हैं और यहां बस्ती बनाकर रहने लगते हैं। इतने दिन बाद आज जब रघुनंदन जी व केलकर जी यहां पहुंचे तो फिर सरकार चिंता में पड़ गई। आज राज्य सरकार ने कहा है कि तट सुरक्षा में मछुआरों को शामिल किया जाएगा। तट की सुरक्षा के लिए समुद्री थाना बनाया गया है मगर आज तक एक भी घुसपैठिये को ये थाने वालों ने पकड़ा नहीं है। करोड़ों रुपये खर्च किये जा रहे हैं। 4-4 करोड़ रुपये के जहाज उनके पास है। कोस्ट गार्ड वालों ने भले ही एक-दो लोगों को पकड़ा है मगर मेराइन थाना वालों एक भी घुसपैठिये को नहीं पकड़ा है। मुरली मनोहर शर्मा ने कहा कि यहां उपस्थित बुजुर्ग हमें आशीर्वाद दें, माताएं अपने आंचल की छांव दें, दोस्त, छोटे-छोटे बच्चे व छोटी बहनें हमें उत्साह दें। बहनें अपनी रक्षा की डोर भारत रक्षा मंच की बाह में बांध दें और यहां उपस्थित युवा वर्ग आप हमें अपने जीवन के चंद दिन दे दें। हमें कसम है भारत माता की हम भारत का चेहरा बदलकर रख देंगे। नीरज ने कहा कि 4096 किमी बांग्लादेशी सीमा है मगर आज तक हम उस पर तारबंदी नहीं कर पाए हैं। बांग्लादेश सरकार के मुताबिक सन् 2000 में दो करोड़ बांग्लादेशी नागरिक गायब थें। आज यह संख्या चार करोड़ तक पहुंच गई है। जब तक हम एक-एक घुसपैठिये को खदेड़ने में सफल नहीं हो जाते हैं, चुप नहींबैठेंगे। अनिल धीर ने कहा कि
हर दिन पांच सौ बांग्लादेशी घुसपैठिये गैरकानूनी ढंग से ओडिशा में घुस रहे हैं। इसलिए जिस प्रकार गोरखा रेजीमेंट व सिख रेजीमेंट तैयार की गई है, उसी तरह ओडिशा में भी एक रेजीमेंट तैयार करनी चाहिए।
No comments:
Post a Comment