भुवनेश्वर - ओडिशा के चांदीपुर इलाके से सुरक्षा एजेंसियों ने संदिग्ध आईएसआई एजेंट को गिरफ्तार किया है। बालेश्वर से करीब १५ किलोमीटर दूर चांदीपुर में अग्रणी रक्षा प्रतिष्ठान एकीकृत परीक्षण रेंज(आईटीआर) के प्रतिबंधित क्षेत्र से उसे गिरफ्तार किया गया। यह एजेंट फोटोग्राफर के रूप में काम करता था।
इस फोटोग्राफर का नाम ईश्वर बिहारा है जो कि कोलकाता से जुड़े संवेदनशील और खूफिया जानकारी को आईएसआई को पहुंचाता था। आईएसआई इस तरह के एजेंटों को लुभाने के लिए तरह-तरह हथकंडे अपनाती है जिसमें कि पैसे और हनी ट्रैप जैसी चीजें शामिल हैं। कौन है ईश्वर बिहारा? पकड़ा गया ईश्वर बिहारा मयूरभंज जिले के कांतिपुर गांव का रहने वाला है जो कि आईटीआर में एक कैमरामैन के तौर पर साल २००७ में नियुक्त किया गया था। इसका कोई अपराधिक रिकार्ड नहीं है। जो जानकारी हासिल हुई है उसके हिसाब से दस महीने पहले इस पर शक हुआ, जिसकी वजह से इस पर नजर रखी गयी और पाया गया कि इसके अकांउट से चार बार पचास-पचास हजार के ट्रांजेक्शन हुए हैं, जिसकी तफ्तीश करने पर पता चला उसे यह पैसे आईएसआई को कुछ फोटो भेजने के बाद मिले हैं। चार बार पचास-पचास हजार के ट्रांजेक्शन हुए इसके अकाउंट में पैसे मेरठ, अबू धाबी, हैदराबाद और बिहार से आये हैं। पूछताछ में पता चला है कि इसने आईएसआई को कोलकाता की कुछ संवेदनशील लोकेशन की तस्वीरें भेजी हैं। वो अक्सर कोलकाता अपने सीनियर को यह बताकर जाता था कि उसका कैमरा खराब हो गया है और वो इसे रिपेयर कराने जा रहा है।
पाकिस्तान के फरीदकोट से जुड़े तार पकड़े गये लोगों से पता चलता है कि इनके तार फरीदकोट पाकिस्तान से जुड़े हुए हैं। आईएसआई का नया ठिकाना फरीदकोट पाकिस्तान में बताया जा रहा है। इस ट्रैप में काफी प्रशिक्षित लोग बताये जा रहे हैं और इनकी ओर से लोग केवल भारत में ही बल्कि दूसरे देशों में भी भेजे जा रहे हैं। वनइंडिया को मिली पुख्ता जानकारी के हिसाब से २० लोग, देशों में भेजने वाले लोगों को ट्रेनिंग देते हैं। पाकिस्तान में इस्लामिक स्टेट के २ संदिग्ध गिरफ्तार वैसे पाकिस्तान के लाहौर शहर से भी दो आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट के दो संदिग्ध सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है। इस्लामिक स्टेट के दो संदिग्ध सदस्यों को शहर के मांगा मंडी इलाके से गिरफ्तार किया गया। यह कार्रवाई इस्लामिक स्टेट से जुड़े एक आतंकवादी से मिली जानकारी के आधार पर की गई, जिसे गिरफ्तार किया गया था। पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी इंटर सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) ने इस्लामिक स्टेट से जुड़े संदिग्धों और अन्य आतंकवादी संगठनों के सदस्यों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की थी।
स्त्रोत : वन इण्डिया हिन्दी
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