रोहतक (विसंके). गोरखपुर के भाजपा सांसद योगी आदित्यनाथ ने धर्मांतरण पर रोक के लिये कानून बनाए जाने की वकालत की है. साथ ही कहा कि अगर धर्मांतरण के लिये कानून नहीं बना तो घर वापसी कार्यक्रम चलता रहेगा. विहिप की स्वर्ण जयंती के उपलक्ष्य में रोहतक में विश्व हिंदू परिषद की ओर से आयोजित हिंदू सम्मेलन में उन्होंने विश्वास जताया कि अयोध्या में राम मंदिर के लिये शीघ्र ही मार्ग प्रशस्त होगा. योगी आदित्यनाथ ने देश में एक समान नागरिक संहिता की भी वकालत की. इसके अलावा सवाल किया कि देश में मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्रों में ही राष्ट्र विरोधी गतिविधियां क्यों चलती हैं. जबकि हिंदू बाहुल्य क्षेत्रों में राष्ट्र विरोधी गतिविधियां नहीं होती. उन्होंने कहा कि इस देश की समस्या गरीबी और भूखमरी नहीं है, वोट बैंक की राजनीति ने ही जेहादी जुनून को पाला है.
एक सवाल के जवाब में उन्होंने माना कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विकास में धर्मांतरण रोड़ा नहीं है. सम्मेलन में योगी आदित्यनाथ ने हैदराबाद के एक मौलवी का जिक्र करते हुए कड़े शब्दों में चेतावनी दी. उन्होंने कहा कि हैदराबाद के मौलवी ने पुलिस व सेना हटाए जाने की बात कही है.
सम्मेलन को संबोधित करते हुए विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय संयुक्त महामंत्री डॉ. सुरेंद्र जैन ने पिछले दिनों अयोध्या में मुस्लिम नेता मोहम्मद इलियासी के उस बयान की प्रशंसा की, जिसमें उन्होंने कहा था कि सभी भगवान शिव की संतान हैं. हमारा शुरू से ही यही मत है. इसीलिए हम वसुधैव कुटुंबकम की बात करते हैं. उन्होंने कहा कि भारत के मुसलमानों की जड़ें बाबर में नहीं, बल्कि राम और कृष्ण में हैं.
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