फाल्गुन कृष्णपक्ष नवमी, कलियुग वर्ष ५११६
मदरसोमें आतंकवादी कार्यवाही होने की घटना सामने आने के बाद क्या धर्मांध तथा मदरसोकों मिलनेवाली छूट केन्द्रशासन रोकेंगी ?
कोलकाता : पश्चिम बंगाल में मदरसों के अंदर क्या-क्या चल रहा है, यह जानने के लिये जब राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने छानबीन शुरू की तब उन्हें ओसामा बिन लादेन मिला। ओह… यह वो लादेन नहीं है, जिसने ९/११ हमला किया था, उसे तो अमेरिका ने कब का मार गिराया है, यह है मुज्जाफिल हक, जिसे उसके साथ बिन लादेन के नाम से पुकारते हैं। और यह मदरसों में आतंक की साजिश रच रहा था।
इस बात का खुलासा तब हुआ जब एनआईए ने हाल ही में गिरफ्तार किये गये मुज्जाफिल से गहन पूछताछ की। पता चला कि सरकार की बिना अनुमति के चल रहे मदरसों में देश के खिलाफ साजिश रची जाती है। बिन लादेन ने पूछताछ में बर्दवान धमाकों के तार खोले और साथ ही कई सारी ऐसी बातें बतायीं जो आतंकियां के ठिकाने तक पहुंचने में एनआईए के लिये मददगार हो सकती है। कौन है मुफज्जिल आलम उर्फ लादेन? मुफज्जिल आलम उर्फ लादेन (५२), मुर्शिदाबाद का रहने वाला है, जिसके संबध जमात-उ-मुजाहिदीन बंगलादेश से जुड़े हुए हैं। एनआईए का कहना है कि लादेन मोकिमनगर में एक मदरसा चला रहा था, जहां जेएमबी के लिए युवाओं को आतंकी प्रशिक्षण दिया जाता था। एनआईए ने इस मदरसे में छापा मार यहां से कई आपत्तिजनक वस्तुएं जिहादी साहित्य, विस्फोटक सामान भी मिले हैं।
स्त्रोत : वन इण्डिया हिन्दी
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