२१ फरवरी २०१५, फाल्गुन शुक्ल पक्ष तृतीया, कलियुग वर्ष ५११६
शिवमोग्गा (कर्नाटक) में जिहादीयोंद्वारा फैली हिंसा, आरएसएसएस कार्यकर्ता की हत्या
१५ वर्षों में हत्या होनेवाला १२८ वां हिन्दुनिष्ठ
धर्मांधों द्वारा पाकिस्तान की जयजयकार की घोषणाएं
विरोध करनेवाले हिन्दुओं के दुपहिये एवं रिक्शे जलाए गए
५ नागरिकों को बंदी बनाया गया; भाजपा एवं विहिंप द्वारा आज ‘शिवमोग्गा बंद
शिवमोग्गा (कर्नाटक) : बेंगलुरु से २७५ किलोमीटर दूर शिमोगा में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवकों पर जानलेवा हमला किया गया। पुलिस के अनुसार पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) के कार्यकर्ताओं ने हमला बोला। इस हमले में बाइक सवार स्वयंसेवक विश्वनाथन का निधन हो गया, जबकि दो अन्य गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती हैं।
पीएफआई के कार्यकर्ताओं ने आरएसएस के विरुद्ध नारेबाजी करते हुए यह हमला किया। बताया जा रहा है कि यह पीएफआई कार्यकर्ता एक रैली में भाग लेने आये थे और एक चौक पर पहुंचकर संघ के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। नारेबाजी के बाद हुई हिंसा में घरों, गाड़ियों और १५ दुकानों को आग के हवाले कर दिया गया। मोटर साइकिल पर जा रहे लोगों पर हमला कर दिया।
पुलिस ने इलाके में धारा १४४ लगा दी है। ताजा खबरों के मुताबिक, पुलिस ने मंगलौर और केरल से आए पीएफआई कार्यकर्ताओं को वापस लौटने के लिये कह दिया है। शिवप्पा सर्कल के पास भीड़ हटाने के लिये पुलिस को लाठीचार्ज का भी सहारा लेना पड़ा, साथ ही हवा में आंसू गैस के ६ गोले भी छोड़े गए। प्रशासन ने स्कूल और कॉलेज बंद रखने का फैसला किया है।
आज पीएफआई का स्थापना दिवस था, जिसमें उन्होंने रैली एकता यात्रा का आयोजन किया था। यह यात्रा जैसे ही शिवप्पा सर्कल के पास पहुंची पीएफआई के कार्यकर्ताओं ने रोड के साइड में पार्क हुए वाहनों पर पत्थर फैंकने शुरू कर दिए। पुलिस को हिंसा पर काबू करने के लिए लाठी चार्ज करना पड़ा तथा कल रात से धारा १४४ लगा दी गई हैं।
स्त्रोत: नवभारत टाइम्स
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