Saturday, February 28, 2015

हिन्दू कोई मजहब नहीं बल्कि जीवन पद्धति है-डा. प्रवीण तोगड़िया

राउरकेला :विश्व हिन्दू परिषद के अंतरराष्ट्रीय कार्याध्यक्ष डा. प्रवीण तोगड़िया  सुप्रीम कोर्ट का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि हिन्दू कोई मजहब नहीं बल्कि जीवन पद्धति है। उन्होंने राजनीतिक दलों से संविधान में संशोधन कर संवैधानिक रूप से भारत को हिन्दू राष्ट्र बनाने के लिए कानून बनायें। विहिप के स्वर्ण जयंती पर राउरकेला में शुक्रवार को टेलीफोन भवन मैदान में आयोजित विशाल हिन्दू सम्मेलन को तोगड़िया संबोधित कर रहे थे।
विशाल हिन्दू सम्मेलन को संबोधित करते हुए डा. प्रवीण तोगड़िया ने  धर्मातरण पर राग अलापने वाले राजनीतिक दल के नेताओं को चुनौती देते हुए कहा कि संविधान में इसके खिलाफ कानून बने।  उन्होंने धर्मातरण और लव जिहाद के साथ साथ देश भर के विभिन्न राज्यों में तीन करोड़ से अधिक बंगलादेशी घुसपैठियो के होने पर चिंता जताते हुए इसकी आलोचना की और सभी राज्य सरकारों से बंगलादेशियों को वापस भेजने पर जोर दिया। इस मौके पर उन्होंने हिन्दू जोड़ो अभियान पर हेल्पलाइन जारी किया।
यह विहिप का स्वर्ण जयंती उत्सव मनाने का समय कहीं अधिक महत्वपूर्ण सौ करोड़ हिन्दुओं को आगे ले जाने का समय है। इसके लिए विहिप में कार्य योजना तैयार की है, जिसके क्रियान्वयन से हम समृद्ध, सुरक्षित, संगठित व स्वाभिमानी हिन्दू बन सकते हैं। उन्होंने 2000 साल के इतिहास का हवाला देते हुए कहा कि समय के साथ हिन्दू सिमटता जा रहा है। अगर हम भविष्य के लिए नहीं चेते तो हमारे अस्तित्व पर संकट आना तय है, ऐसे में हमें एकजुट होकर आगे बढ़ने की जरूरत है।
 स्वागत समिति के अध्यक्ष व उद्यमी कमल अग्रवाल ने स्वागत भाषण में सम्मेलन के लक्ष्य व उद्देश्य पर प्रकाश डाला। स्वामी जीवन मुक्तानंद, स्वामी पार्थ चैतन्य, साध्वी निरंजना, विहिप नेता अच्युतानंद कर, अमूल्य मिश्र, डा. सनातन प्रधान, नीलकंठ महंती आदि मुख्य रूप से इसमें उपस्थित थे। इस मौके पर लंबे समय तक विहिप से जुड़े रहकर संगठन की मजबूती में हाथ बंटाने वाले बुजुर्ग कार्यकर्ताओं को सम्मानित किया गया। इसमें रोशनलाल, संतोष सिंह, बाइधर साबत, तारकनाथ सिंह आदि शामिल हैं।

No comments: