लुधियाना (विसंके). मुस्लिम बंदूक की नोक और ईसाई नोटों की ताकत के बल पर भारत में धर्म परिवर्तन करवा कर अपनी-अपनी जनसंख्या बढ़ाकर हिन्दुओं को अपने ही देश में अल्पसंख्यक बनाने के प्रयत्न कर रहे हैं.
विश्व हिन्दू परिषद के अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष राघव रेड्डी ने रविवार को विश्व हिन्दू परिषद के स्वर्ण जंयती वर्ष के उपलक्ष्य में चंडीगढ़ रोड स्थित सैक्टर-32-ए के गलाडा ग्राउंड में आयोजित विराट धर्म सम्मेलन में उपस्थित जनसमूह को संबोधित किया. स्वर्ण जंयती समारोह में संत समाज से स्वामी कृष्णानंद, स्वामी चंद्ररेश्वर गिरी, स्वामी सूर्य प्रताप, स्वामी प्रकाशानंद, महंत रामेश्वर त्यागी, स्वामी सुकेन्द्रा चार्य, अध्यात्मानंद पुरी, नामधारी सम्प्रदाय से रछपाल सिंह नामधारी ने विशेष तौर पर शिरकत की.
राघव रेड्डी ने कहा कि भारत में ईसाई धर्म के प्रचार व आर्थिक तौर पर कमजोर हिन्दुओं को बहलाकर फुसलाकर धर्म परिवर्तन करवाने पर हर वर्ष करोड़ों रुपये खर्च किये जा रहे हैं. और मुस्लिम जेहाद व बंदूक की नोक पर गुमराह करके धर्म परिवर्तन करवा रहे हैं. मुस्लिम की तरफ से मस्जिदों के नाम पर 5 प्रतिशत और क्रिश्चियनों की तरफ से धर्म के नाम पर अपनी कमाई में से 10 प्रतिशत धर्म प्रचार के लिये देने पर कहा कि हिन्दू समाज भी अपनी कमाई में से धर्म के उत्थान के लिये 10 प्रतिशत विश्व हिन्दू परिषद को देकर धर्म परिवर्तन रोकने में मदद करे.
दुर्गा वाहिनी की क्षेत्रीय संयोजिका रजनी ठुकराल ने कहा कि मुस्लिम आतंकवाद और ईसाई भौतिकवाद के नाम पर लवजेहाद के नाम पर गरीबों को जातिवाद के नाम पर गुमराह कर रहे हैं. विश्व हिन्दू परिषद के दिल्ली प्रमुख राम कृष्ण ने कविता हमको हिन्दू राष्ट्र चाहिये प्रस्तुत करके अपनी भावनाओं से जनसमूह को अवगत करवाया.
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