पटना (विसंके). बिहार में शिक्षा जगत में अराजकता के खिलाफ अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् 26 मार्च को विधानसभा का घेराव करेगी. बिहार में शिक्षा की स्थिति बदतर हो चुकी है. भ्रष्टाचार का बोलबाला है. कुलपति एवं प्राचार्यों की नियुक्ति में राज्य सरकार के इशारे पर जमकर लेन-देन चलता है. भ्रष्टाचार का खामियाजा विद्यार्थियों को भुगतना पड़ता है. बिहार के शिक्षा शून्यता के कारण छात्र बिहार से पलायन को विवश हैं. बिहार में शिक्षा के बजट का 98 प्रतिशत राशि साइकिल एवं पोशाक वितरण में खर्च किया जा रहा है. इसके कारण विश्वविद्यालयों में छात्रावास की समस्या है.
विद्यार्थी परिषद क्षेत्र संगठन मंत्री गोपाल शर्मा ने कहा कि कॉलेजों के रख-रखाव एवं मूलभूत आवश्यकताओं की समस्या हो रही है. विद्यार्थी परिषद् इन सबके खिलाफ जनजागरण कर विधान सभा का घेराव करेगी. बिहार के सभी अड़तीस जिलों से पचास हजार विद्यार्थी 26 मार्च को दिन के 11 बजे गांधी मैदान से प्रस्थान कर विधान सभा का घेराव करेंगे. विद्यार्थियों को पढ़ने के लिये न तो संसाधन है और न ही शिक्षा. बिहार में सत्ता परिवर्तन होता रहा, लेकिन शिक्षा जगत में कोई बदलाव नहीं आया. गिरती शिक्षा व्यवस्था को संभालने में राज्य सरकार नाकाम रही. सरकार के नाकामी के खिलाफ यह छात्रों का शंखनाद होगा. कार्यक्रम में विद्यार्थी परिषद् के राष्ट्रीय संगठन मंत्री सुनील अंबेकर, सह संगठन मंत्री के एन रघुनंदन, राष्ट्रीय महामंत्री हरि बोरिकर इत्यादि प्रमुख अधिकारी उपस्थित रहेंगे.
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