सहारनपुर. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय सह सेवा प्रमुख अजीत महापात्र ने कहा कि भारत देश पूरी तरह से सामर्थ्यशाली होते हुए भी पराधीन हुआ. छोटे-छोटे आक्रमणकारी यहां आये और अपना राज्य स्थापित किया. उन्होंने कहा कि चिंतन करना होगा कि ऐसा क्यों हुआ. जाहिर है कि देशवासियों में आपसी फूट के कारण ऐसा हुआ. लेकिन अब ऐसा कदापि नहीं होने दिया जाएगा. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ समाज को एकजुट करने के लिये लगातार प्रयासरत है. देश के प्रत्येक व्यक्ति को अपनी जिम्मेदारी का अहसास करते हुये देश की एकजुटता के लिये कार्य करना होगा.
रविवार को दिल्ली रोड स्थित मैदान में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के ‘स्वयंसेवक एकत्रीकरण’ कार्यक्रम में मुख्य वक्ता अजीत महापात्र ने देश में रहने वाले सभी जाति व धर्म के लोगों को एक ही परिवार का हिस्सा बताते हुये कहा कि हम एक ही परिवार के सदस्य हैं. इसका अनुभव करने के लिये संघ द्वारा इस प्रकार के विशाल एकत्रीकरण कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. इन कार्यक्रमों से स्वयं सेवक और अधिक ऊर्जा के साथ कार्य करने की प्रेरणा लेते हैं. कहा कि संगठन में शक्ति है तो शक्ति और एकता से ही समस्त कार्य संभव हो सकते हैं. देश की जनता को जागरूक करना, यह देश मेरा है कि भावना जाग्रत करनी होगी और तभी हम सभी के संगठित होने से महान भारत बन सकता है. यह भाव करना ही संघ का लक्ष्य है. इसलिये संगठित समर्थ भारत बनाने के लिये ही संघ प्रयत्नशील है. संघ की मान्यता है कि देश का निर्माण देश के लोग ही कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि इस समय देश में 42000 स्थानों पर संघ की शाखाएं चलती हैं और संघ अपनी शाखाओं के माध्यम से समाज को संगठित, समर्थ, स्वाभिमानी व शक्तिशाली बनाने का प्रयास कर रहा है.
सहारनपुर विभाग प्रचारक जगदानंद शर्मा ने भी स्वयंसेवकों का मार्गदर्शन किया तथा संगठन संरचना के बारे में बताया. इससे पूर्व कार्यक्रम का शुभारंभ ध्वजारोहण से हुआ. तत्पश्चात स्वयंसेवकों ने व्यायाम योग का प्रदर्शन किया.
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