Tuesday, February 24, 2015

लव जिहाद से हिन्दू लड़कियों को किया जा रहा गुमराह : डाॅ. जैन

फाल्गुन शुक्ल पक्ष षष्ठी, कलियुग वर्ष ५११६
राजपुरा (पंजाब) : विश्व हिन्दू परिषद-बजंरग दल की ओर से स्थानीय आर्य समाज मंदिर में हिन्दू पंचायत पर विशाल समागम का आयोजन करवाया गया। पंचायत का शुभारंभ हनुमान चालीसा के पाठ से किया गया। इस पंचायत में मुख्य वक्ता के तौर विश्व हिन्दू परिषद के केन्द्रीय मंत्री डा. सुरेन्द्र जैन व प्रदेश सहकार्यवाहक आर.एस.एस. अमृत सागर ने पहुंच कर अपने विचार व्यक्त किए।
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डा. सुरेन्द्र जैन ने बताया कि विश्व हिन्दू परिषद की स्थापना १९६४ में श्री कृष्ण जन्माष्टमी वाले दिन संदीपनी आश्रम मुंबई में हुई थी। आज पूरे भारत के अलावा विदेशों में भी परिषद ने अपने कार्यक्रमों, अंदोलनों व सेवाकार्य से अपनी पहचान बनाई है। अंदोलन के माध्यम से विहिप ने अनेक चुनौतियों जैसे लव जेहाद, जेहादी आंतकवाद, संतो पर झूठे आरोप लगाकर उन्हें बदनाम करना, भगवा आंतकवाद कहकर हिन्दुओं को बदनाम करना, मंदिरों पर हमले, राम सेतू तोड़ने की कोशिश, धारा ३७०, गौ हत्या, धर्मातंरण, श्री राम जन्म भूमि आंदोलन के तहत देश के करोड़ों हिन्दुओं को जागरूक करने का कार्य किया है।
उन्होंने कि देश में अब लव-जेहाद खतरनाक साजिश के तहत चलाया जा रहा है। मुस्लिम लड़के हिन्दू रूप में हिन्दू लड़कियों पर डोरे डालकर उन्हें घर से भगाकर ले जाते हैं और शादी कर लेते हैं फिर उन्हें जब्री धर्म परिवर्तन करने के लिए मजबूर किया जाता है। हिन्दू समाज के लिए लव-जेहाद एक समाजिक, धार्मिक व राष्ट्रीय खतरा है इसलिए हिन्दू बहन-बेटियों को इससे बचाना बहुत जरूरी है। उपस्थित सभी ने लव-जेहाद के विरोध में जनजागरण करने का संकल्प लिया।
इस अवसर पर पूर्व मंत्री पंजाब राजखुराना, एडवोकेट किशन सिंह, जतिन्द्र संधू, राजिन्द्र निरकांरी, पंकज गोयल, संदीप सिक्का, शत्रुघ्न गुप्ता, डी.एस.वालिया, जगदीश चावला, विजय छाबड़ा, प्रदीप वाष्णोए, डा. नंद लाल शर्मा, प्रवीन छाबड़ा, शांति सपरा, वी.के. सेतिया, प्रदीप नंदा, रमेश बबला, चरंजी शर्मा, भूषण वधवा, चुरंजीव खुराना, यशपाल सिंधी, नरिन्द्र सोनी, प्रेमसी खन्ना, शाम सुंदर वधवा, राजन कालड़ा, अशोक कपूर, ओम प्रकाश पांडे, गरजेश कुमार, जैनेन्द्र जैन, राधा कृष्ण जौली, नरिन्द्र काका, नवदीप अरोड़ा, अमरेश शर्मा, संदीप जिंदल, रवि शर्मा आदि के अलावा सैकड़ों की संख्या में धार्मिक, सामाजिक व राजनीतिक संस्थाओं के पदाधिकारी मौजूद थे।
स्त्रोत: दैनिक सवेरा

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