एसएसबी को मिले 108 अफसर
विश्व संवाद केन्द्र उत्तराखंड।
श्रीनगर गढ़वाल। सशस्त्र सीमा बल अकादमी में शुक्रवार को 108 प्रशिक्षु सहायक सेनानायक भारतीय संविधान व राष्ट्रीय ध्वज की शपथ लेने के साथ एसएसबी का अभिन्न अंग बन गए। इस दौरान चार महिला जवान भी अधिकारी के रूप में एसएसबी में शामिल हुई। परेड की सलामी केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने ली। कानपुर के प्रभाकर सिंह को स्वार्ड ऑफ ऑनर प्रदान की गई। दोपहर करीब 12 बजे एसएसबी की पारंपरिक बैंड धुन के साथ दीक्षांत समारोह की परेड का शुभारंभ हुआ। परेड कमांडर मणिपुर के रोमेश याइखाम के नेतृत्व में सीना ताने देश के भावी कर्णधार कदम बढ़ाते हुए परेड के लिए पहुंचे। अकादमी के सेनानायक प्रशिक्षक संजय कुमार ने सहायक सेनानायकों को शपथ दिलाई। इस दौरान जवानों को संबोधित करते हुए केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि एसएसबी के सामने चुनौतियों का पहाड़ है। नेपाल व भुटान की खुली सीमा की चुनौतियों से उन्होंने जवानों को रूबरू करवाया। उन्होंने कहा कि एसएसबी सिर्फ सीमाओं की रक्षा नहीं कर रही, बल्कि देश में आर्थिक आतंकवाद पर लगाम लगाने की जिम्मेदारी बखूबी निभा रही है। उन्होंने महिलाओं को अर्द्ध सैनिक बलों में अधिक स्थान देने की वकालत करते हुए कहा कि भारतीय नारी आज विश्व में अपनी पहचान बना रही है। ऐसे में सैन्य बलों में भी नारी शक्ति की अनदेखी नहीं की जा सकती। इस दौरान गृहमंत्री ने स्वार्ड ऑफ ऑनर, बेस्ट ट्रेनी सहित कई अन्य उत्कृष्ट सम्मान से अफसरों को नवाजा। एसएसबी के महानिदेशक बीडी शर्मा ने कहा कि सीमावर्ती क्षेत्रों में रहने वाली जनता की सुविधा के लिए टोल फ्री टेलीफोन सुविधा भी शुरू की है। सीमावर्ती किसानों के लिए भी विभिन्न सामुदायिक कल्याण एवं विकास कार्यक्रम संचालित किए जा रहे हैं। इस दौरान अकादमी निदेशक एस बंदोपाध्याय, हरिद्वार सांसद रमेश पोखरियाल निशंक, नगर पालिका अध्यक्ष विपिन मैठाणी आदि उपस्थित थे।
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श्रीनगर गढ़वाल। सशस्त्र सीमा बल अकादमी में शुक्रवार को 108 प्रशिक्षु सहायक सेनानायक भारतीय संविधान व राष्ट्रीय ध्वज की शपथ लेने के साथ एसएसबी का अभिन्न अंग बन गए। इस दौरान चार महिला जवान भी अधिकारी के रूप में एसएसबी में शामिल हुई। परेड की सलामी केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने ली। कानपुर के प्रभाकर सिंह को स्वार्ड ऑफ ऑनर प्रदान की गई। दोपहर करीब 12 बजे एसएसबी की पारंपरिक बैंड धुन के साथ दीक्षांत समारोह की परेड का शुभारंभ हुआ। परेड कमांडर मणिपुर के रोमेश याइखाम के नेतृत्व में सीना ताने देश के भावी कर्णधार कदम बढ़ाते हुए परेड के लिए पहुंचे। अकादमी के सेनानायक प्रशिक्षक संजय कुमार ने सहायक सेनानायकों को शपथ दिलाई। इस दौरान जवानों को संबोधित करते हुए केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि एसएसबी के सामने चुनौतियों का पहाड़ है। नेपाल व भुटान की खुली सीमा की चुनौतियों से उन्होंने जवानों को रूबरू करवाया। उन्होंने कहा कि एसएसबी सिर्फ सीमाओं की रक्षा नहीं कर रही, बल्कि देश में आर्थिक आतंकवाद पर लगाम लगाने की जिम्मेदारी बखूबी निभा रही है। उन्होंने महिलाओं को अर्द्ध सैनिक बलों में अधिक स्थान देने की वकालत करते हुए कहा कि भारतीय नारी आज विश्व में अपनी पहचान बना रही है। ऐसे में सैन्य बलों में भी नारी शक्ति की अनदेखी नहीं की जा सकती। इस दौरान गृहमंत्री ने स्वार्ड ऑफ ऑनर, बेस्ट ट्रेनी सहित कई अन्य उत्कृष्ट सम्मान से अफसरों को नवाजा। एसएसबी के महानिदेशक बीडी शर्मा ने कहा कि सीमावर्ती क्षेत्रों में रहने वाली जनता की सुविधा के लिए टोल फ्री टेलीफोन सुविधा भी शुरू की है। सीमावर्ती किसानों के लिए भी विभिन्न सामुदायिक कल्याण एवं विकास कार्यक्रम संचालित किए जा रहे हैं। इस दौरान अकादमी निदेशक एस बंदोपाध्याय, हरिद्वार सांसद रमेश पोखरियाल निशंक, नगर पालिका अध्यक्ष विपिन मैठाणी आदि उपस्थित थे।
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